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झीलों की नगरी उदयपुर जो अपनी खूबसूरती के लिए विश्व में अलग पहचान रखती है तो उदयपुर की एक पहचान है आनबान और शान की. महाराणा प्रताप की इस धरती पर आज भी लोग अपनी विरासत को संभाले हुए हैं. ऐसी ही एक विरासत को संजोय रखा गया है यहां की बागोर हवेली में. हम बात कर रहे हैं राजस्थानी वेषभूषा और समाज में प्रतिष्ठा का प्रतीक मानी जाने वाली पगड़ी की. आपको बता दें की राज्य की राजशाही ठाठ-बाट और शानो-शौकत की पूरी दुनिया दीवानी है.
यहां आने वाले हर शख्स की ख्वाहिश होती है कि वो धोरों की धरती के इस शाही अंदाज को एक बार खुद के तजुर्बे में जिए. साथ ही अपने सिर पर साफा बांध कर देखे. 18 मई को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जा रहा है. और इस अवसर पर आज हम उदयपुर में एक ऐसी हवेली के बारे में आपको बताएंगे, जहां एक नहीं बल्कि बड़ी संख्या में अलग-अलग समाज के साथ दुनिया की सबसे बड़ी पगड़ी रखी हुई है.