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गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सीवर के भराव की एक बड़ी समस्या है गाजियाबाद के साहिबाबाद शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के डीएलएफ कॉलोनी में कुछ दिनों से सीवर के भराव की समस्या देखी जा रही है. सीवर की समस्या का मुआयना करने नगर निगम के जोन के प्रभारी राजवीर सिंह सोमवार को पहुंचे हुए थे. जब वह सीवर की समस्या का मुआयना कर रहे थे. इसी दौरान वह रैन वाटर टैंक में जा गिरे. जोन प्रभारी राजवीर सिंह जिस स्लैब के ऊपर खड़े थे. वह अचानक टूट गया था. घायल राजवीर सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. टैंक में गिरने के कारण उनके सिर में गहरी चोट आई है. मोहन नगर निगम की जोन में यह हादसा हुआ है.
मुआयने के दौरान स्थानीय पार्षद भी रहे मौजूद
गाजियाबाद नगर निगम कि एक जोन का हिस्सा मोहन नगर भी है. इसके प्रभावी राजवीर सिंह सोमवार सुबह वार्ड 10 डीएलएफ कॉलोनी में सीवर की परेशानी को देखने के लिए पहुंचे थे. उनके साथ स्थानीय पार्षद रेखा गोस्वामी और पार्षद पति मानसिंह गोस्वामी और अन्य लोग मौजूद थे.
अधिकारी के सिर में आईं गंभीर चोटें
उसी दौरान जोन प्रभारी राजवीर चौधरी एक स्लैब पर खड़े हुए थे. जिसके नीचे रैन वाटर टैंक बना हुआ है. जिस स्लेब पर राजवीर सिंह चौधरी खड़े थे. अचानक स्लैब टूट जाने से जोन प्रभारी टैंक के अंदर गिर गए. जानकारी के मुताबिक यह टैंक काफी गहरा था. जिसमें गिरने के कारण जोन प्रभारी के सिर में गहरी चोट आई है. आनन-फानन में लोगों ने उन्हें पहले गड्ढे से बाहर निकाला और उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल रेफर कर दिया गया है. शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के डीएलएफ कॉलोनी में सीवर ओवरफ्लो की समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई है. जहां सीवर और नालियों का गंदा पानी में रोड के अलावा सोसाइटी के पार्कों तक पहुंच जाता है. गंदे पानी के जमा होने से आने-जाने वाले लोगों को परेशानी होती है.
लोगों को है पानी की समस्या
डीएलएफ कॉलोनी में 9 ब्लॉक हैं. यहां पर करीबन 50,000 लोग रहते हैं. जिन्हें पानी भर जाने के कारण समस्या होती है. यहां के स्थानीय निवासियों ने अनेक बार नगर निगम को इस समस्या से अवगत कराया है. प्रदर्शन भी किया है. यहां तक कि अभी हाल ही में हुए नगर निगम के चुनाव में भी यहां स्थानीय निवासियों ने इसे लोकल मुद्दा बनाया था. इसके बाद इस समस्या को लेकर सोमवार सुबह इस समस्या का हल निकालने के लिए जोन प्रभारी मौके पर पहुंचे थे. उसी दौरान वह हादसे का शिकार हो गए.