REPORT TIMES
झुंझुनूं जिले के सुमित मिश्रा की है.जो खुद तो फीस के अभाव में क्लास से निकाल दिए गए. लेकिन अब अपने क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं ताकि कोई गरीब का बच्चा अशिक्षित न रह जाए. दरअसल झुंझुनूं से 10 किलोमीटर दूर मण्डावा मोड़ पर एक कोचिंग स्थित है. जहां जरूरतमंद और गरीब बच्चों को मात्र दस रूपए में मैथ्स और रिजनिंग की क्लास दी जाती है. ‘मात्र दस रुपये में कोचिंग’ ये बात सुनकर आपको थोड़ा आर्श्चय जरुर हो रहा होगा कि इस महंगाई के जमाने में कोई कोचिंग दस रुपये में कैसे पढ़ा सकता?.
जब हमने 10 रुपये की कोचिंग को लेकर सुमित से सवाल किया तो उनका कहना था, कि उन्हें छठी क्लास में फीस के अभाव में स्कूल से निकाल दिया गया था. जिसके बाद उसने ठान ली की वो कम फीस में गरीब बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करवाएगा. अब उन्होंने एमएसी पास करने के बाद इस पहल की शुरुआत की है. जहां पहले महीने में उनके कोचिंग में मात्र 10 बच्चे थे जो अब बढ़कर 50 हो गए हैं.