REPORT TIMES
नई दिल्लीः राजस्थान पुलिस की ओर से पिछले दिनों नासिर-जुनैद हत्याकांड मामले (Nasir-Junaid Murder Case) में दाखिल चार्जशीट में संदिग्धों की लिस्ट में मोनू मानेसर का भी नाम है. चार्जशीट में अपना नाम आने के कुछ दिनों बाद, मोनू ने यह दावा किया कि वह पुलिस से बचकर छुपा हुआ था, बल्कि हरियाणा और राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश में तीर्थ यात्रा पर निकला हुआ था. मोनू मानेसर ने कहा, “मैं कहीं गया हुआ नहीं था. मैं इस दौरान अलग-अलग राज्यों में कई मंदिरों में घूम रहा था. जब मैंने कुछ किया ही नहीं तो पुलिस से क्यों छुपूंगा?” मोनू गुरुग्राम जिले के गौ रक्षा बल का प्रमुख हैं और मानेसर में जिला प्रशासन की नागरिक सुरक्षा टीम (Civil Defence Team) का सदस्य भी है.
मुझे कोई नोटिस नहीं मिलाः मोनू
कुछ दिन पहले गौशाला लौटे मोनू ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मुझे राजस्थान या हरियाणा में से किसी भी पुलिस की ओर से पूछताछ का कोई नोटिस नहीं मिला है. और अगर वे मुझे पूछताछ के लिए बुलाते हैं तो मैं इसमें पूरा सहयोग करूंगा.”नासिर और जुनैद 15 फरवरी को अचानक से लापता हो गए थे और एक दिन बाद उनके जले हुए शव हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू इलाके से बरामद हुए थे. माना जाता है कि कथित तौर पर गो रक्षकों ने उनकी हत्या कर दी थी क्योंकि इन दोनों पर अवैध रूप से जानवरों को ले जाने का संदेह था. लेकिन जब इन दोनों के पास के कोई जानवर नहीं मिला तो उन्होंने दोनों पर हमला किया और जिंदा जला कर मार दिया. भरतपुर पुलिस के मुताबिक, कामन कोर्ट में रिंकू सैनी, मोनू राणा उर्फ नरेंद्र कुमार और गोगी उर्फ मोनू के खिलाफ 16 मई को चार्जशीट में दाखिल की गई थी. तब आईजी ने कहा था कि सीआरपीसी 173 (8) के तहत मोनू मानेसर समेत 27 अन्य लोगों के खिलाफ जांच की गई.
अभी कोई भी जांच में शामिल नहीं हुआः पुलिस
पुलिस ने बताया कि उन्होंने मामले में फरार आरोपियों पर जीरो के लिए खुफिया इकाइयों की टीम को तैनात किया है. हमने कई नोटिस भेजा लेकिन अब तक कोई भी पेश नहीं हुआ है. अगर हम चार्जशीट में नामित किसी भी संदिग्ध को पकड़ पाने में सक्षम हुए तो हम अपनी जांच को आगे बढ़ाएंगे.क्या मुख्य आरोपी रिंकू को जानते हो, इस सवाल पर आरोपी मोनू ने कहा कि वह बजरंग दल से जुड़ा हुआ है. मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं क्योंकि वह भी गौ माता की रक्षा में लगा हुआ है. मुझे नहीं पता कि उस रात क्या हुआ था, लेकिन वे लोग जानवरों की रक्षा करने की कोशिश में लगे हुए थे.
जब उसे बताया गया कि उस दौरान वहां से कोई जानवर नहीं मिला तो मोनू ने दावा करते हुए कहा, “जुनैद पर गौ तस्करी के मामले में 5 एफआईआर दर्ज हैं, आखिर उसका मकसद क्या था? उसका टावर लोकेशन लगातार हरियाणा में था. उसने यह भी कहा, “मुझे इन सब के बारे में न्यूज के जरिए पता चला.” उसने यह भी दावा किया कि वह नासिर या जुनैद में से किसी को भी नहीं जानता. हालांकि उसका यह कहना था, “न्यूज से मुझे पता चला कि वे बड़े गौ तस्कर थे… मेरा नाम इस संदिग्ध सूची में है, लेकिन पूछताछ को लेकर नहीं है. गौ तस्करी को लेकर मोनू मानेसर ने यह भी दावा किया कि हरियाणा पुलिस की कोशिशों की वजह से नूंह में गाय की तस्करी में काफी कमी आई है. उसका कहना है कि नूंह के एसपी वरुण सिंगला इस तरह की घटनाओं को लेकर बहुत सक्रिय रहे हैं. इसलिए उन्होंने कई टीमों का गठन किया है. गौ तस्करी की जानकारी मिलने पर हम उन्हें गुप्त सूचना देते हैं और फिर पुलिस इसे संभाल लेती है. एसपी सिंगला का कहना है कि हमने अपनी यूनिट्स बना ली है, ऐसे में अब गौ रक्षकों की खास जरुरत नहीं पड़ती है.