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लंबे प्रयास के बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी तब मिली जब उसने 18 साल से फरार चल रहे एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार शख्स को हरियाणा के झज्जर जिले से गिरफ्तार किया गया है और उस पर 2005 में पेट्रोल पंप पर लूटपाट करने का आरोप है. आरोपी को पकड़ने वाली पुलिस टीम विभाग की ओर से सम्मानित भी किया गया. हालांकि पुलिस के लिए आरोपी को गिरफ्तार करना आसान नहीं रहा क्योंकि उसका पता लगाने और गिरफ्त में लेने के लिए कई तरह की प्लानिंग बनानी पड़ी. पुलिस दल के प्रभारी को आरोपी की वास्तविक पहचान का पता लगाने के लिए कभी गोदाम का कर्मचारी बनना पड़ा तो कभी कांवड़ यात्री. लूट का आरोपी बेहद शातिर किस्म का इंसान था. वह नाम बदलकर रह रहा था और एक भोजनालय चला रहा था.
4-5 दोस्तों के साथ की थी लूट
आरोपी चिन्नी उर्फ कुलविंदर सिंह (41) हरियाणा के फिरोजाबाद का रहने वाला है. उस पर आरोप है कि उसने जनवरी 2005 में अपने 4-5 अन्य दोस्तों के मिलकर साथ राजस्थान के बूंदी के सदर पुलिस थाना क्षेत्र के तहत एक पेट्रोल पंप से कथित तौर पर लूटपाट की थी और इस दौरान 34,000 रुपये लूट लिए थे. घटना के बाद पुलिस ने अन्य सभी आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन कुलविंदर सिंह फरार होने में कामयाब हो गया और पिछले 18 सालों से पुलिस की गिरफ्त से बचा रहा. करीब छह महीने पहले पुलिस ने कुलविंदर सिंह के बार में जानकारी जुटाने की कोशिश शुरू की. पुलिस ने कहा कि लगातार कोशिशों, तकनीकी जानकारी और कई मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस टीम ने आरोपी की बहन का पता लगाया और खुद को गोदाम का कर्मचारी बताकर कुलविंदर का फोन नंबर हासिल कर लिया.
नाम बदलकर भोजनालय चला रहा था आरोपी
इसके बाद पुलिस ने कुलविंदर को हरियाणा के झज्जर जिले के लोहारी गांव में खोज निकाला, जहां वह सड़क किनारे एक भोजनालय चला रहा था. पुलिस ने बताया कि कुलविंदर ने अपना नाम बदल लिया था और उसके पास जो सिम कार्ड था वो किसी और के नाम से लिया गया था.पुलिस की ओर से उस पर लगातार नजर रखी गई. फिर रविवार को, कुछ पुलिसकर्मी कांवड़ यात्री के रूप में आरोपी के पास पहुंचे और उसकी पहचान तय करने की योजना के तहत उससे बात करने लगे. उन्होंने बताया कि फिर एक बार जब उसकी पहचान का पता चल गया तो उसे बूंदी ले जाया गया.
गिरफ्तारी के बारे में बूंदी के पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि आरोपी की पहचान होने के बाद उसे सोमवार को बूंदी में गिरफ्तार कर लिया गया और कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. कुलविंदर सिंह को पकड़ने वाली पुलिस टीम को इनाम के तौर पर 24,000 रुपये से सम्मानित किया गया, कांस्टेबल रणजीत गटाला और कैलाशराम को उनके शानदार काम के लिए सराहना की गई.एसपी जय यादव ने बताया कि बूंदी जिले में 56 भगोड़े अपराधी हैं और पुलिस की ओर से हाल ही में आजादी के बाद से जिले में अलग-अलग मामलों में फरार आरोपियों को पकड़ने को लेकर मुहिम शुरू की गई है. एसपी ने कहा कि इसके बाद ऐसे लोगों के प्रोफाइल तैयार किए गए. पुलिस को इस अभियान में कामयाबी भी मिली है. उसने अब तक 56 भगोड़ों में से 10 भगोड़ों को गिरफ्तार कर लिया है.