REPORT TIMES
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरबन के जंगल में केकड़े पकड़ने के दौरान एक दुखद घटना घटी. मछुआरा अपनी पत्नी के साथ केकड़े पकड़ने गया था. हालांकि, केकड़ा पकड़ने के बाद वह अपनी पत्नी के साथ वापस नहीं लौटा. इससे पहले ही बाघ मछुआरे को गहरे जंगल में खींच ले गया. तभी से मछुआरा लापता है. मछुआरे का नाम अनेश्वर फकीर (56) है. इस घटना से उनके परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है.पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, अनेश्वर अपनी पत्नी भगवती फकीर के साथ अक्सर सुंदरबन के जंगल में केकड़ा पकड़ने जाते थे. 9 जुलाई को, पंचायत चुनाव के मतदान के बाद अन्य मछुआरों के साथ केकड़े पकड़ने के लिए अनेश्वर नारायणपुर में अपने घर से निकल गए.वह अपनी पत्नी को भी अपने साथ ले गया था. वहां से अनेश्वर अक्सर घर पर फोन कर परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ करता था. रविवार को उन्होंने अन्य मछुआरों के साथ सुंदरबन के कुस्तरी नहर में जंगल में घुस रहे केकड़ों को पकड़ लिया. उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं.
मछुआरे को घसीटकर ले गया बाघ
परिवार ने दावा किया कि केकड़े पकड़ने के लिए जंगल में जाते समय एक बाघ ने अचानक उन पर पीछे से हमला कर दिया और उन्हें जंगल के अंदर घसीट ले गया. पत्नी तुरंत चिल्लाने लगी, लेकिन किसी भी तरह से अपने पति को नहीं बचा सकी. अन्य मछुआरे भी वहां चले गये. यह खबर अनेश्वर के बाकी परिजनों को रविवार दोपहर को पता चली. पड़ोसी पहले ही बचाव के लिए निकल चुके हैं. लापता मछुआरे की बहू सीता बिस्वास ने कहा, ”यहां से कई लोग अक्सर सुंदरबन में केकड़े पकड़ने जाते हैं. मेरे ससुर और सास पिछले 9 जुलाई को यहां से चले गए.”
जान जाखिम में डालकर मछुआरे जाते हैं जंगल में
उन्होंने कहा कि कल सास ने फोन कर कहा कि ससुर नहीं मिल रहे हैं. तभी मेरे पति वहां से चले गये. बाद में मुझे पता चला कि मेरे ससुर को बाघ खींच ले गया था. उधर इस घटना के बाद प्रशासन ने इस मछुआरे के परिवार से संपर्क किया. खबर मिलने के बाद रविवार रात प्रशासन के अधिकारी उनके घर पहुंचे और जानकारी ली. इससे स्थानीय लोग संशय में हैं कि वह जिंदा भी हैं या नहीं. बता दें कि केकड़े पकड़ते समय मछुआरे अक्सर बाघों द्वारा मारे जाते हैं. प्रशासन की ओर से चेतावनी अभियान चलाया गया. खासकर मछुआरों को जंगल के अंदर घुसने से रोकने के लिए प्रशासन अभियान चला रहा है. फिर भी मछुआरों को पैसे कमाने की उम्मीद में जंगल में केकड़े पकड़ने के लिए अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है.