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G20 के सफल आयोजन के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी बीजेपी ऑफिस आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी मुख्यालय बुधवार को शाम 6:30 बजे पहुंचेंगे. वह बीजेपी मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में शामिल होने पहुंचेंगे. उससे पहले कार्यकर्ता और नेता उनका स्वागत करेंगे. इस अवसर पर दिल्ली और एनसीआर से हजारों कार्यकर्ता बीजेपी कार्यालय पहुंचेंगे और पीएम मोदी का स्वागत करेंगे. बता दें कि भारत की अध्यक्षता में G20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. सदस्य देशों ने नई दिल्ली नेताओं की घोषणा को अपनाया, जहां रूस-यूक्रेन मुद्दे सहित सभी मुद्दों पर सर्वसम्मति हासिल की गई. यह सफलता 200 घंटों से अधिक समय तक चली नॉन-स्टॉप वार्ताओं का परिणाम थी, जिसमें 300 द्विपक्षीय बैठकें और 15 मसौदे शामिल थे. इस शिखर सम्मेलन की सफलता की प्रशंसा खुद रूस ने की थी. बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित होना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बड़ी सफलता माना जा रहा है और जिस तरह से पीएम मोदी की अगुवाई में जी20 की बैठक सफलतापूर्वक आयोजित हुई है.
जी20 की सफलता को भुनाने में जुटी बीजेपी
इस साल देश के कुछ राज्यों में चुनाव है और अगले साल लोकसभा चुनाव है. उसके पहले बीजेपी जी20 के सफल आयोजन की सफलता को भुनाने में जुट गई है और राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के नेता जी20 की सफलता की कहानियां जन-जन तक पहुंचा रहे हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सुषमा स्वराज भवन में जी20 सचिवालय का अचानक दौरा किया और उन अधिकारियों से बातचीत की जो नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन के लिए ड्यूटी पर थे. उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता में अधिकारियों को उनकी “कड़ी मेहनत” के लिए भी धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों सहित सभी स्तर के कर्मचारियों के साथ बातचीत की और उनके जी20 अनुभव पर चर्चा की. यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रधानमंत्री के साथ थे.
पीएम मोदी ने विदेश मंत्रालय के अफसरों से मिलकर सराहा
अमिताभ कांत और मुख्य समन्वयक हर्ष श्रृंगला के मार्गदर्शन में विदेश मंत्रालय के लगभग 114 प्रमुख अधिकारियों को G20 ड्यूटी पर तैनात किया गया था. इसमं विभिन्न सेवाओं से 140 युवा अफसरों को भी शामिल किया गया था. विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने संयुक्त विज्ञप्ति के लिए आम सहमति तक पहुंचने के लिए विभिन्न सदस्य देशों के साथ बातचीत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अमिताभ कांत के अनुसार, विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अभय ठाकुर, नागराज नायडू, आशीष सिन्हा और ईनम गंभीर सहित उनकी टीम के सदस्यों ने एक निर्णायक मसौदा दस्तावेज़ तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.