REPORT TIMES
इजराइल में फिलिस्तीन चरमपंथी समूह हमास की ओर से शनिवार की सुबह किए गए ताबड़तोड़ हमले में अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बाद कहा कि हमास को इस युद्ध की भारी कीमत चुकानी होगी. वहीं इस हमले पर इजराइल के पूर्व रक्षा मंत्री अविगडोर लिबरमैन ने विदेशों में बैठे हमास के नेताओं की हत्या की धमकी दी है. रक्षामंत्री लिबरमैन ने मोसाद और दूसरी एजेंसियों से कहा है कि वह विदेशों में बैठे हमास के नेताओ को खत्म करें, जिन्होंने विदेशों में बैठकर इजराइल के खिलाफ साजिश रची. हमास की ओर से किए गए हमले के बाद इजराइली डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्त रियर एडमिरल डैनिकयल हगारी ने हमास की ओर से शुरू की गई इस जंग केा युद्ध अपराध बताया है. उन्होंने कहा कि इस जंग में जिसने भी हमास का साथ दिया है और जंग में उतरा है उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. हमास की ओर से किए गए हमले ने पूरे इजराइल को हिलाकर रख दिया है. इजराइली कैबिनेट ने हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को मंजूरी दे दी है. कैबिनेट की ओर से कहा गया है कि देश युद्ध की चपेट में है, ऐसे में सरकार अपने दुश्मनों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से अधिकृत है.
साजिश की चुकानी होगी कीमत
इजराइली डिफेंस फोर्सेज की ओर से एक्स पर एक वीडियो के जरिए हगारी ने कहा, हमास की ओर से किया गया क्रूर हमला एक युद्ध अपराध है. महिलाओं और बच्चों को किसी भी तरह से अगवा करना और बंदी बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और इस्लाम के खिलाफ है. इस हमले में जिसका भी हाथ है और जिस भी देश से बैठकर इस साजिश को अंजाम दिया गया है उसे इसकी कीमत चुकानी होगी. हगारी का ये बयान हमास की ओर से इजराइल पर किए गए हमले के बीच सामने आया है. हमास की ओर से दावा किया गया है कि उसने शनिवार को इजराइल पर 5000 रॉकेट दागे हैं. इसके साथ ही कहा गया है कि हमास के आतंकवादियों ने इजराइल में घुसकर गोलीबारी की है और 150 से अधिक इजराइली नागरिकों को अगवा कर लिया है.
हमास के समर्थन में कौन-कौन से देश
इजराइल पर हमले के बीच हमास की ओर से खुद स्वीकार किया गया है कि इस हमले में उसे ईरान से मदद मिली है. ईरानी के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी भी लगातार हमास के साथ संपर्क में हैं. वहीं इजराइल हमले में जिन रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है, उसकी निर्माण सामग्री को तुर्की से मंगाया गया है. यही नहीं कतर के बारे में पहले भी जानकारी आई है कि हमास को कतर की ओर से फंडिंग की जाती है. यही नहीं इस हमले के लिए कतर से सीधे तौर पर इजराइल को ही दोषी बताया है.