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नई दिल्ली: संसद भवन पर हमले की बरसी के दिन आज लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। दर्शक दीर्घा से दो शख्स लोकसभा की कार्यवाही में घुस गए और बेंच पर जा खड़े हुए। इन लोगों ने गैस भी छोड़ी, जिससे परिसर में धुंआ-धुंआ हो गया। इन दोनों को ही कुछ सांसदों ने पकड़ा और फिर सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया गया। एक शख्स तो बेंच पर जा चढ़ा और नारेबाजी करने लगा। इस घटना से हड़कंप मच गया और सांसद बाहर निकलने लगे। कार्यवाही को भी तुरंत ही स्थगित कर दिया गया। सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि यह अनुभव काफी डरावना था। वहीं कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह भारी चूक है। बसपा के निलंबित सांसद दानिश अली का कहना है कि दोनों लोगों को पकड़ लिया गया है।
यही नहीं संसद के बाहर भी दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। परिसर के बाहर एक महिला और पुरुष ने तानाशाही बंद करने के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया। दोनों को पुलिस ने मौके से पकड़ा और उन्हें वहां से ले गई। दोनों पटाखे लेकर पहुंचे थे और उन्हें जलाते हुए नारेबाजी करने लगे। फिलहाल पुलिस दोनों को संसद मार्ग थाने में ले गई है और उनसे पूछताछ की जा रही है। नारेबाजी की यह घटना संसद पर हमले की बरसी के दिन हुई है। इसके चलते संसद के पास प्रदर्शन से सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया और तुरंत उन्हें पकड़ा गया।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, दो युवक दर्शक गैलरी से कूदे और उनके द्वारा कुछ फेंका गया, जिससे गैस निकल रही थी. उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया, सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला. सदन दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. यह निश्चित रूप से एक सुरक्षा उल्लंघन है क्योंकि आज हम उन लोगों की पुण्य तिथि मना रहे हैं, जिन्होंने 2001 में अपने प्राणों की आहुति दी थी.