चिड़ावा यानी शिवनगरी के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे हैं चिड़ावा कॉलेज खेल मैदान के पास स्थित शिवालय में।
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https://youtu.be/SfOps1ij4dU
राजकीय प्राथमिक विद्यालय सोलंकी मन्दिर के पास करीब 30 साल पहले की बात है। एक सांड की मौत होने पर लोगों ने उसकी समाधि पर शिवालय बनाने का फैसला लिया। लेकिन सांड की समाधि पर शिवलिंग लगाने को लेकर विरोध के स्वर उठे। इसके बाद इस शिवलिंग को सोलंकी मन्दिर स्कूल के पास प्याऊ की जगह स्थापित किया है। करीब 20 साल बाद किशनलाल सोलंकी के पुत्र दुबई प्रवासी उम्मेद सोलंकी ने शिवालय में गणेश, कार्तिकेय और माता पार्वती को विराजित कराया। वहीं शिवालय के एक तरफ मण्ड में हनुमानजी और दूसरी तरफ मण्ड में बाबा रामदेव को विराजित कराया गया। वहीं करीब 32 साल पहले स्कूल बनने से पहले सोलंकी मन्दिर को महात्मा श्योपरी मन्दिर के रूप में जाना जाता रहा है। यहां ऊपर छत पर एक मण्ड में महात्मा स्योपरी की तस्वीर आज भी उकेरी गई है। वहीं स्कूल में माता सरस्वती भी विराजी है। आस्था की इस दर के बिल्कुल सामने एक प्राचीन पीपल का पेड़ भी लगा है। तो एक बार जरूर इस धर्म स्थल पर पहुंचकर भगवान के दर्शन लाभ का पुण्य कमाएं। अब दीजिए इजाजत..कल फिर मिलेंगे एक और देवालय में..हर हर महादेव