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राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है. आज प्रदेश के सभी अस्पताल में मॉक ड्रिल होगी. इस मॉक ड्रिल के जरिये प्रदेश में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का आंकलन किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अपने पास उपलब्ध सेवाओं को तैयार करने के दिशानिर्देश दिए हैं. सामान्य बेड, आईसीयू बेड, ऑक्सिजन प्लांट्स और सिलिंडर एवं दवाइयों की उपलब्धता जांचने के लिए यह मॉक ड्रिल की जा रही है.
JN.1 को लेकर राजस्थान सरकार सतर्क
बता दें कि सूबे में कल कोविड के 5 नए मामले सामने आए थे. इसके बाद प्रदेश में कोविड पीड़ितों की संख्या 20 से बढ़कर 25 पहुंच गई है. हालांकि चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों के मुताबिक कोविड का नया सब वेरिएंट JN-1 उतना खतरनाक नहीं है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से एहतियात बरत रहा है और अपनी तैयारियां दुरुस्त कर रहा है. इस एहतियात का बड़ा कारण यह है कि जब आपात स्थिति होने पर लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
कोविड सब-वैरिएंट JN.1 क्या है?
यह बीए.2.86 वर्जन का वंशज है. हालांकि यह पूरी तरह से नया नहीं है, विश्व स्तर पर इसका पहला मामला इस साल जनवरी की शुरुआत में पाया गया था, और तब से यह अमेरिका, कुछ यूरोपीय देशों, सिंगापुर, चीन और अब भारत में देखने को मिल रहा है. जेएन.1 के लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द कुछ मामलों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं शामिल हैं.