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अलवर के सरिस्का जंगल का एक टाइगर एसटी 23 रास्ता भटक गया है. बीते चार दिनों से इस टाइगर की लोकेशन सरिस्का से 100 किमी दूर हरियाणा के रेवाड़ी में मिली है. महज ढाई साल के इस टाइगर ने यहां एक किसान और फिर वन विभाग की टीम पर हमला भी किया है. फिलहाल सरिस्का के अधिकारी और कर्मचारी इस टाइगर को काबू करने की कोशिश में लगे हैं. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक चार पांच दिन पहले एसटी 23 शिकार के लिए निकला था और अचानक रास्ता भटक गया था. इसके बाद वह रात के अंधेरे में चलते चलते राजस्थान की सीमा पाकर हरियाणा के रेवाड़ी स्थित छोटे से जंगल में आ गया. यहां इस टाइगर ने फिलहाल 15 किमी एरिया में फैले जंगल और खेतों को ही अपनी टेरीटोरी बना लिया है. इस टाइगर को रेस्क्यू करने के लिए चार दिन से सरिस्का के अधिकारी डेरा डालकर बैठे हैं.
ढाई साल का है टाइगर
इनके अलावा अन्य विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है. चूंकि यह टाइगर महज ढाई साल का है. इसलिए इसके गले में कॉलर आईडी भी नहीं है. कॉलर आईडी लगाने के लिए कम से कम 4 साल की उम्र होनी जरूरी होती है. ऐसे में वन विभाग के अधिकारी फिलहाल इस टाइगर के पदचिन्हों का पीछा करते हुए उसे ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक यह टाइगर बीते चार दिनों में कई बार कैमरे में भी कैद हुआ है.
दो बार किया इंसान पर हमला
इसके अलावा इस टाइगर ने एक बुजुर्ग किसान और वन विभाग के अधिकारियों पर दो हमले भी किए हैं. रेवाड़ी के डीसी राहुल हुड्डा के मुताबिक इस टाइगर से खतरे की संभावना को देखते हुए प्रभावित इलाके में लोगों को शाम ढलने के बाद घर से ना निकलने की अपील की गई है. बता दें कि सरिस्का का मेल टाइगर ST-23 करीब दस फीट लंबा है और इसका वजन 200 किलोग्राम से अधिक है.