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महाराष्ट्र में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए एनसीपी शरद चंद्र पवार के अध्यक्ष शरद पवार के पोते और विधायक रोहित पवार की चीनी फैक्ट्री को जब्त कर लिया है. ईडी ने यह कार्रवाई शिखर बैंक घोटाला मामले में की है. ईडी की इस कार्रवाई पर रोहित पवार का बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने ईडी की कार्रवाई और कुर्की को अवैध करार दिया है. रोहित पवार का कहना है कि ईडी भारत सरकार की एक प्रतिष्ठि एजेंसी है. जिसने गलत तरीके से संपत्ति को जब्त किया है. ईडी की प्रेस नोट में गलत तथ्यों को रखा गया है. रोहित ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि ईडी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है.
‘ईडी ने अपने अधिकार का उल्लंघन किया’
इसके आगे रोहित ने कहा कि ईडी ने अपने अधिकार का उल्लंघन किया है. रोहित ने कहा कि खास बात ये है कि प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ईडी का मामला आर्थिक अपराध शाखा, मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें ये आरोप लगाया गया है कि एमएससीबी के अधिकारियों और निदेशकों ने एसएसके को धोखाधड़ी कर बिना किसी उचित प्रक्रिया का पालन किए रिश्तेदारों और अपने खास लोगों को कम कीमत पर बेचा गया था.
‘चीनी मिलों की बिक्री की प्रक्रिया वैध तरीके से हुई’
रोहित पवार ने आगे कहा कि वो ईडी से अनुरोध करते हैं कि प्रतिष्ठित एजेंसी आर्थिक अपराध शाखा, मुंबई के निष्कर्षों का संदर्भ लें जिनकी एफआईआर पर ईडी भरोसा करती है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मानहानिकारक और तथ्यात्मक रूप से गलत प्रकाशन करने से ईडी को बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि वो न्याय के लिए लड़ाई लड़ेंगे. आपको बता दें कि ईडी ने ये कार्रवाई शिखर बैंक घोटाला मामले में की है.जिसके तहत ईडी ने कन्नड़ सहकारी चीनी फैक्ट्री को जब्त कर लिया है. जब्त की गई इस फैक्ट्री की कीमत 50 करोड़ 20 लाख है. इस मामले में ईडी की ओर से 161 एकड़ जमीन जब्त की गई है.