राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षक और पुलिस भर्ती में महिला आरक्षण पर सरकार की घोषणाओं से खुश महिलाओ और छात्राओं ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का अभिनंदन किया है. मुख्यमंत्री निवास पर आभार प्रकट करने पहुँची महिलाओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत जल्द बड़ी संख्या में सरकारी नौकरियों में भर्तियों की प्रक्रिया शुरू होगी. भजनलाल सरकार ने हाह ही में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं को आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 50 प्रतिशत और पुलिस भर्ती में 33 प्रतिशत करने की घोषणा की है. हालांकि महिला आरक्षण के बारे में अभी सिर्फ घोषणाएं हुई हैं और इस संबंध में अब विधानसभा में विधेयक लाया जाएगा. आरक्षण की घोषणा के बाद महिलाओं और छात्रों में काफी खुशी है. अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि महिलाओं को सम्मान और समानता के अवसर प्रदान करना राज्य सरकार का कर्तव्य है. आत्मनिर्भर, सशक्त, शिक्षित महिलाएं ही प्रगतिशील समाज की पहचान है.
चरणबद्ध तरीके से भर्ती परीक्षाएं होगी आयोजित
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में महिलाओं का आरक्षण 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किए जाने के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित अभिनंदन समारोह में सीएम ने कहा कि युवाओं को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. राज्य सरकार युवाओं को सरकारी सेवा में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. चरणबद्ध तरीके से भर्ती परीक्षाएं आयोजित कर रिक्तियों को भरा जाएगा. उन्होंने कहा कि तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने के निर्णय से महिलाएं राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अधिक संख्या में शिक्षण कार्य कर सकेंगी और अध्ययनरत बच्चों का ममत्व भाव से देखभाल भी कर सकेंगी.
छात्राओं ने सीएम को कहा धन्यवाद
आयोजन में प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आई महिलाओं ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. जयपुर निवासी 21 वर्षीय प्रीता चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का ये निर्णय उनका राजकीय सेवा में आने का सपना पूर्ण करने में कारगर साबित होगा. तूंगा निवासी 20 वर्षीय ऐशवी जैमन ने मुख्यमंत्री को 50 प्रतिशत आरक्षण के निर्णय के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वो अभी से परीक्षा की तैयारी शुरू करने जा रही हैं.
महिला के शिक्षित बनने से शिक्षित होते हैं तीन परिवार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का सम्मान एक परंपरा रही है. हमारे वेदों और उपनिषदों में महिलाओं को देवी के रूप में पूजा जाता है. शक्ति की देवी दुर्गा, ज्ञान की देवी सरस्वती और धन की देवी लक्ष्मी हमारे समाज में महिलाओं के उच्च स्थान को दर्शाती हैं. उन्होंने कहा कि एक महिला के शिक्षित बनने से तीन परिवार शिक्षित होते हैं और समाज प्रगति करता है. आज महिलाएं परिवार चलाने के साथ-साथ देश चलाने में भी सक्षम हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नारी सशक्तीकरण की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं. उनकी पहल पर संसद ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया है जिसके माध्यम से लोक सभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा और उनकी लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित होगी. लखपति दीदी योजना के तहत देश में 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना, सवैतनिक मातृत्व अवकाश को बढ़ाकर 26 सप्ताह करना और 3.2 करोड़ सुकन्या समृद्धि खाते खोलकर प्रधानमंत्री महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प पूरा कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महिला कल्याण के लिए कई अहम कदम उठाए हैं. महिलाओं को 450 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर देकर लगभग 73 लाख परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब परिवारों में बालिकाओं के जन्म पर एक लाख रुपये का सेविंग बॉण्ड प्रदान करने के लिए लाडो प्रोत्साहन योजना भी शुरू की है. पंचायतीराज नगरीय निकाय, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के मानदेय में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी की है.