चिड़ावा। किस्मत जब मेहरबान हो और बच्चों की मेहनत पर विश्वास हो तो बहुत कुछ हासिल होता है। कुछ ऐसा ही हुआ है चिड़ावा निवासी विजय मोदी के साथ। उनके घर दोहरी खुशी का मौका आया है। उनके बेटे प्रतीक ने सीए एग्जाम में ऑल इंडिया में 18वीं रेंक हासिल की है। बड़ी बात ये है कि प्रतीक ने ये सफलता प्रथम प्रयास में ही हासिल की है। वहीं बेटी जया मोदी ने भी दूसरे प्रयास में सीए में सफलता प्राप्त की है। इस दोहरी खुशी के मौके पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है। परिजनों को शुभचिंतकों के लगातार फोन आ रहे हैं और वे सभी बधाई स्वीकार कर रहे हैं। बच्चों के चाचा वस्त्र व्यवसायी महेंद्र मोदी ने बताया कि ये कड़ी मेहनत का नतीजा है। लगातार कई घंटों तक कमरों में पैक होकर पढ़ाई करना और परिजनों से लगभग अलग रहते हुए लम्बा समय निकालना बड़ा ही मुश्किल समय था। लेकिन अब जब रिजल्ट आया तो सभी बहुत खुश हैं। ऑल इंडिया 18वीं रेंक हासिल करने वाले प्रतीक ने कहा कि वे बिना माता पिता के सपोर्ट के ये सफलता नहीं प्राप्त कर सकते थे। माता पिता ने लगातार मोटिवेट किया और जिस चीज की आवश्यकता हुई वो उपलब्ध करवाई। वहीं शिक्षकों से भी पर्याप्त मार्गदर्शन मिला।

10 से 12 घंटे पढ़ाई
दोनों भाई बहन सफलता प्राप्त करने के लिए 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते थे। प्रतीक की बड़ी बहन जया मोदी ने कहा कि मैं पहले प्रयास में असफल रही थी। इसलिए मैं अपनी सफलता से ज्यादा इसकी सफलता पर खुश हूं। मैं और भाई एक साथ पढ़ते थे। दूसरे प्रयास में ही सही, आखिरकार मैंने भी सफलता हासिल की। लेकिन असफलता के बाद परिजनों का सपोर्ट मिला और कामयाबी मिल गई। दोनों ने असफलता पर निराश न होकर फिर से प्रयास करने की सलाह असफल हुए स्टूडेंट्स को दी है।
बड़ा भाई जोधपुर से कर रहा एमबीबीएस
तीन भाई बहनों में जया सबसे बड़ी हैं, दूसरे नंबर पर भाई दीपेश है जो जोधपुर एम्स से एमबीबीएस कर रहा है, तीसरे नंबर पर प्रतीक है जिसने पहले प्रयास में ही सीए ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की है। जया व प्रतीक के पिता विजय कुमार मोदी व्यवसायी हैं व माता ललिता देवी गृहिणी हैं। दादा पुरुषोत्तम लाल मोदी, दादी रेशमी देवी, चाचा महेंद्र मोदी व चाची बबिता देवी ने दोनों का मुंह मीठा करवाया तथा साफा पहनाकर व माला पहनाकर अभिनंदन किया।