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19 बीघा जमीन के लिए 3 भाइयों का परिवार तहसील कार्यालय में आपस में भिड़ा: बहुओं ने सास को घसीटा, छोटे पर धोखे से जमीन बेचने का आरोप

19 बीघा जमीन के लिए 3 भाइयों का परिवार तहसील कार्यालय में आपस में भिड़ गया। आरोप है कि सबसे छोटे भाई ने मां को धोखे में रखकर जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी अपनी मौसी के लड़के के नाम करवा दी। जब जमीन बेचने तहसील कार्यालय आया तो दोनों बड़े भाई अपनी मां को लेकर वहां पहुंच गए। इसके बाद आपस में जमकर लात-घूंसे चलाए और एक दूसरे को जमीन पर गिरा कर पीटने लगे। घर की महिलाएं भी भिड़ गईं और बहुओं ने 80 साल की सास को परिसर से घसीटकर बाहर ले जाने लगीं। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत करवाया। घटना में आरोपी भाई की गर्भवती पत्नी घायल हुई है जिसे सीकर अस्पताल रेफर किया गया। पूरी घटना यहां मौजूद व्यक्ति ने अपने कैमरे में कैद कर ली।

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मां बोली- 7 दिन पहले बेटा लाया था कार्यालय

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मामला दोपहर 1.30 बजे सीकर ग्रामीण तहसील परिसर का है। सदर थाना के हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार ने बताया- उन्हें दोपहर को सूचना मिली थी कि ग्रामीण तहसील परिसर में जमीन को लेकर परिवार आपस में भिड़ गया है। इसके बाद मौके पर पहुंचे। यहां जाकर पूछताछ की तो नारायणी देवी (80) ने बताया- उनके 3 बेटे हैं, सबसे बड़ा बाबूलाल (45) भंवरलाल (40) मुकेश (32) है। वह पिछले 5-7 महीनों से छोटे बेटे मुकेश के साथ रह रही है। नारायणी देवी के अनुसार, पिछले 2 साल से उन्हें आंखों से दिखाई नहीं देता। उन्होंने बताया- मुकेश उन्हें 7 दिन पहले पेंशन बनवाने के लिए ग्रामीण तहसील कार्यालय में लाया था। इस दौरान उसने धोखे से 19 बीघा पैतृक जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी मौसी के बेटे महेश के नाम करवा ली।

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छोटा जमीन बेचने आया तो बड़े भाई मां को ले आए

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पुलिस के अनुसार, मुकेश और उसकी मौसी का बीटा महेश आज जमीन का बेचान करने तहसील कार्यालय आए थे। यह बात मुकेश के बड़े भाई बाबूलाल को मालूम चली। वह मझले भाई भंवर लाल के साथ मां नारायणी और परिवार की महिलाओं के साथ तहसील कार्यालय पहुंच गया। पुलिस के अनुसार, जमीन बेचान के दौरान मुकेश को तहसीलदार बीएस बिजारणियां ने उसकी मां को लेकर आने को कहा था। मुकेश खरीदारों के सामने अपनी मां को नहीं लाना चाहता था। ऐसे में बड़े भाई बाबूलाल और भंवरलाल मां के साथ कार्यालय परिसर में आ गए। उन्हें देखते ही मुकेश भड़क गया और आपने साथ आई परिवार की महिलाओं के साथ बड़े भाइयों से भिड़ गया। परिसर में यह सब देख मौके पर अन्य लोगों की भीड़ जुट गई। इसके बाद पुलिस आई और मामले को तहसीलदार के सामने पेश किया गया।

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तहसीलदार से बोली- बेटों में बांट दो जमीन

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नारायणी देवी ने तहसीलदार से कहा- वह अपनी जमीन किसी और को बेचना नहीं चाहती। जमीन तीनों बेटों के नाम कर दी जाए। जिसके बाद तहसीलदार ने सभी से समझाइश की। घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। घायलों को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। हाथापाई में मुकेश कुमार की प्रेगनेंट पत्नी भी घायल हो गई जिसे सीकर के एसके अस्पताल में रेफर किया गया है।

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तहसीलदार सीकर ग्रामीण बीएल बिजारणियां ने बताया- जमीन को लेकर इनमें लंबे समय से विवाद चल रहा है। कई बार इनसे समझाइश की गई है। आरोप है कि परिवार के एक सदस्य ने धोखे में रखकर पॉवर ऑफ अटॉर्नी अपने नाम बनवा कर जमीन नाम करवा ली और अब बेचना चाहते हैं। मामले की जांच की जा रही है।

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