चिड़ावा। गुरुवार 12 सितंबर को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन के तत्वाधान में अखिल भारतीय विरोध दिवस मनाया गया इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने रेलवे की निजीकरण की नीतियों के खिलाफ हस्ताक्षर कर अपना विरोध दर्ज कराया l संगठन के जिला सचिव संदीप शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद आम जनता के टैक्स के पैसे से बनी भारतीय रेलवे आज निजीकरण व्यवसायिकारण के कारण बर्बाद होती जा रही है पिछले एक दशक में मोदी सरकार की रेलवे से जुड़ी योजनाओं से प्राइवेट कंपनियां मुनाफा कमा रही है रेलवे में लाखों पद रिक्त होने के कारण आए दिन रेलवे की दुर्घटनाएं बढ़ रही है l कुछ निजी निवेशक सरकार के साथ साठ गांठ कर वंदे भारत जैसी प्राइवेट ट्रेनों को चला कर अचूक मुनाफा कमा रहे हैं उन्होंने कहा पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को बढ़ावा दे ताकि जनता की यात्रा सस्ती और सुलभ हो सके l इसी क्रम में चिड़ावा में रेल मास्टर (अधिकारी ) के मार्फत माननीय रेल मंत्री अस्विनी वैष्णव को पांच सूत्री ज्ञापन दिया गया l
1.रेलवे का निजीकरण व्यवसायिकरण रद्द करो
2.रेलवे के सभी खाली पड़े पदों को तुरंत भरो
3. मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल कोच और स्लीपर कोच को बढ़ाओ
4. प्रवासी श्रमिकों के लिए जनसाधारण ट्रेनों की संख्या बढ़ाओ
5. सीनियर सिटीजन को मिलने वाली रियायत फिर से लागू करो
6. प्रीमियम तत्काल के नाम पर जबरन वसूली बंद करो तथा कैंसिलेशन चार्ज कम करो