इस बार लगातार बारिश से राजस्थान पानी-पानी हो गया है. राज्य के कई बांध सालों बाद भारी बारिश के चलते ओवर फ्लो हुए हैं. वहीं, कई इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या खड़ी हो गई. राजधानी जयपुर में बारिश के कारण कई सड़कें जलमग्न हो गईं तो कई कॉलोनियां में बारिश का पानी भर गया. भारी बारिश के कारण जयपुर में सड़कों पर गड्डे बन गए. यहीं नहीं सिवरेज लाइन से पानी बाहर आ गया था. बारिश के बाद शहर में पैदा हुई समस्या को एनडीटीवी पर दिखाने के बाद विभाग सक्रिय हुआ और रविवार को नगर विकास मंत्री की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई.
विभाग को 3 दिन में रिपोर्ट देने को कहा
नगर विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बारिश के बाद जगह-जगह खराब हुईं सड़कें और जलजमाव के संकट पर बैठक की. इस दौरान मंत्री खर्रा ने सीवरेज और ड्रेनेज व्यवस्था सुधारने के लिए डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने जलदाय और बिजली विभाग को 3 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है. जयपुर की टूटी सड़कों को लेकर नगर विकास मंत्री ने कहा कि बारिश रुकते ही 15 दिनों में शहर की सड़कें ठीक की जाएंगी. वहीं, राइजिंग राजस्थान समिट से पहले शहर की प्रमुख सड़कों का पुनर्निर्माण होगा.
सामान्य से 61 फीसदी ज्यादा बारिश
बता दें कि 25 जून को राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में मानसून के प्रवेश करने के बाद भारी बारिश ने लोगों का सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. इस बार अब तक प्रदेश में 668.5 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य से 61 फीसदी ज्यादा है. पूर्वी राजस्थान में 51 फीसदी और पश्चिमी राजस्थान में 77 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. जो पहले से दोगुनी है. इसके चलते प्रदेश में बारिश जनित हादसों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन ये आंकड़े सतही तौर पर ही सामने आए हैं. इनकी आधिकारिक पुष्टि होना अभी बाकी है.