अजमेर जिले के रूपनगढ़ थाना क्षेत्र में रविवार दोपहर हुई फायरिंग में भीलवाड़ा सांगानेर कॉलोनी वार्ड नंबर 42 के रहने वाले शकील शेख की दर्दनाक मौत हो गई थी. वहीं इस दुखद घटना के बाद शकील के परिजन और रिश्तेदार अजमेर के जवाहरलाल नेहरु अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने सरकार से उचित मुआवजे और परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर मृतक शकील के शव का पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया है. मृतक शकील शेख के चाचा शफीक ने बताया कि शकील शेख कल रूपनगर स्थित घटनास्थल पर वेल्डिंग का कार्य कर रहा था. उसका इस फायरिंग की घटना से कोई लेना देना नहीं था. हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए शकील को मौत के घाट उतार दिया. मौत की खबर के बाद शकील के परिजन और रिश्तेदार कल शाम को ही अजमेर आ गए थे. मृतक शकील के परिजन और प्रशासनिक अधिकारियों में शकील के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को लेकर सहमति नहीं बन पाई.
मृतक शकील के दो बेटा एक बेटी एक मूक बधिर
मृतक शकील के चाचा शफीक ने यह भी बताया कि शकील के परिवार में वही परिवार का भरण पोषण करने वाला व्यक्ति था. अब उसकी हत्या के बाद परिवार में कोई भी कमाने वाला व्यक्ति नहीं है. मृतक शकील के दो बेटा और दो बेटी है एक बेटा मूक बधिर है. शकील की पत्नी यासमीन ने बताया की उसके 4 वर्षीय समीर जो कि बोल-सुन नहीं सकता, 6 वर्षीय साहिल, 8 वर्षीय फरजाना ,10 वर्षीय मुस्कान के सामने अब दो वक्त की रोटी का संकट आ खड़ा हो गया है.
पुलिस प्रशासन समझाइश मे जुटा
मृतक शकील के परिजन अस्पताल पहुंचने की सूचना पर अजमेर का नॉर्थ रूद्रप्रकाश सदर कोतवाली थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और मृतक शकील के परिजनों से पोस्टमार्टम कराने को लेकर समझाइश की गई. खबर लिखे जाने तक परिजन और पुलिस प्रशासन में पोस्टमार्टम करवाने को लेकर सहमति नहीं बन सकी.
दिन दहाड़े जमीनी विवाद को लेकर हुई थी फायरिंग