प्रदेश के 21 हजार बेघर घुमंतू परिवारों को सरकार गांवों में 300 वर्ग गज तक के जमीन देगी। राजस्थान में रहने वाली 32 विमुक्त, घुमंतू व अर्द्ध घुमंतू जाति के बेघर लोगों के अपने स्थायी घर का सपना पूरा हुआ। इसे लेकर बुधवार को जयपुर के दुर्गापुरा स्थित राज्य कृषि प्रबंध संस्थान में राज्य स्तरीय पट्टा वितरण का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सीएम ने चयनित 10 जिलों के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी बातचीत की। कार्यक्रम में सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा- यह लोग कहते हैं, सीएम एक ही बात दोहराता है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं, 2027 तक किसानों को दिन में बिजली दूंगा। हमें ट्वीट करके सलाह देने से पहले अपने काम देख लें.
सीएम बोले- 2027 तक राजस्थान बिजली बेचने का काम करेगा
इस कार्यक्रम में सीएम ने कहा- हमारी सरकार किसानों को दिन में बिजली देने का काम करेगी। 2027 तक राजस्थान बिजली बेचने का काम करेगा। यह मैं आपको विश्वास देना चाहता हूं। सीएम भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा- गर्मियों में इन लोगों ने कहा कि बिजली कटौती क्यों कर रहे हो, तो मैंने कहा कि हम तो आपके कर्मों का दंड भोग रहे हैं। आपने पिछले 5 सालों में एक यूनिट बिजली पैदा नहीं की। आपने तो उल्टा समझौता कर लिया। जो 4 रुपए की बिजली आपने उधार ली, उसके बदले हमें 10 रुपए की बिजली लौटानी पड़ रही है। वे बोले- आज यह लोग ट्वीट करके हमें सलाह देने का काम करते हैं। ये लोग जरा अपनी सरकार के समय के ट्वीट भी देख लीजिए कि आप क्या करते थे। आप हमको सलाह देते हैं। पहले अपने समय किए गए कामों को भी ध्यान से देख लीजिए। गौरतलब है कि सीएम भजनलाल शर्मा का यह बयान कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किए गए ट्वीट से जोड़कर देखा जा रहा है। अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले ट्वीट करके कहा था कि सरकार गांधी वाटिका को जल्द आमजन के लिए शुरू करें। आज गांधी जयंती के मौके पर सरकार ने गांधी वाटिका का संचालन शुरू कर दिया हैं।
हम एक साथ 90 हज़ार पदों पर भर्ती निकाल रहे है
कार्यक्रम में सीएम बोले- हमने एक साथ 90 हजार वैकेंसी निकालने का फैसला 29 सितंबर की कैबिनेट बैठक में लिया है। वे बोले- इस वैकेंसी के बाद प्रदेश के हर गांव से 2-3 लोग सरकारी नौकरी में होंगे। यह पद एक-दो साल में खाली नहीं हुए हैं। यह पद कई सालों से खाली पड़े हैं। लेकिन उन लोगों ने कभी भी इन पदों को भरने की कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 60 हज़ार, वाहन चालकों के 23 हज़ार पदों पर हम निष्पक्ष भर्ती करेंगे इसमें परीक्षा होगी किसी तरह का कोई इंटरव्यू नहीं होगा। इसके साथ ही हम 23 हजार पदों पर सफाईकर्मियों की भर्ती भी कर रहे हैं।सीएम ने कहा- मैंने आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड से कहा है कि परीक्षाएं जल्दी-जल्दी करवाएं। दरअसल, ये लोग छुट्टियों में ही परीक्षाएं करवाते हैं। इनका कहना है कि अगले डेढ़-दो साल तक सभी छुट्टियों में परीक्षाओं की तिथि बुक हो गई है। तो मैंने उनसे कहा कि हम एक-दो छुट्टी ओर कर देंगे। लेकिन आप परीक्षाएं जल्दी करवाओ, जिससे हमारे युवाओं को जल्दी रोजगार मिले। सीएम बोले- हमने कहा था कि एक साल में 1 लाख भर्तियां करेंगे। आज भी आपसे कह रहा हूं, ज्यादा भले ही हो जाए लेकिन एक भी वैकेंसी कम नहीं होगी, यह मैं आपको विश्वास दिलाता हूं।
लाभार्थी ने कहा- पट्टा मिल गया, बाकी सुविधा मिले तो और बताना
इस कार्यक्रम के दौरान सीएम ने लाभार्थी परिवारों से भी बातचीत की। इस पर सीएम ने पाली जिले के लाभार्थी हुक्माराम से बातचीत की। सीएम ने जब पूछा कि पट्टा मिल गया? तब लाभार्थी ने कहा- हां, मिल गया। अभी तक हम इधर-उधर भटक रहे थे। इसके बाद वे बोले-कोई और सुविधा मिले तो बताना। इस जवाब पर सीएम समेत कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हंसने लगे। इस पर सीएम भजनलाल शर्मा ने जवाब दिया- तैयार रहिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर तरह की सुविधा आपको देंगे।
पहले चरण में 21 हजार के करीब परिवारों को देंगे पट्टा
इस अभियान के तहत कुल चयनित 20721 परिवारों को प्रथम चरण में पट्टे दिए जाएंगे। जिलों में भी पट्टे बांटने के कार्यक्रम आयोजित किए गए है। यहां प्रभारी मंत्री के साथ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। इससे पूर्व जयपुर में हुए कार्यक्रम में राज्य मंत्री ओटाराम देवासी बोले- घुमंतू, अर्द्ध घुमंतू एवं विमुक्त परिवारों के लिए देश मे पहली बार कोई सरकार इस तरह की योजना लेकर आई है। आजादी के 70 साल बाद भी यह लोग देशभर में घूम-घूमकर अपना जीवनयापन कर रहे हैं। पहली बार इन्हें अपने घर का पट्टा मिलेगा। वहीं कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि अंग्रेजों ने इन जातियों को थानों में हाजिरी देने के लिए मजबूर किया। यह बहादुर कौम है। इन्होंने उस समय क्रांतिकारियों के सहयोग के लिए मुगलों और अंग्रेजों का खजाना लूटा और क्रांतिकारियों का सहयोग किया। यह लोग अभी तक खुले में रहने को मजबूर थे। इनके बच्चे सर्दी गर्मी और बरसात में खुले में रहते थे। लेकिन अब इनकी पीढ़ियां दर पीढ़ियां मुख्यमंत्री को याद रखेगी। हम इन पट्टो की लिस्ट लेकर प्रधानमंत्री के पास जाएंगे और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनवाने का भी प्रयास करेंगे। मदन दिलावर ने कहा कि हमने इन समाजों के करीब 4 हज़ार बच्चों को स्कूल से जोड़ने का भी काम किया है।
स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम की शुरुआत
इस मौके पर सीएम स्वच्छता ही सेवा-2024 कार्यक्रम की शुरुआत भी की। गे। राजस्थान में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 1 लाख 23 हजार 757 घुमंतू परिवार हैं। इनमें 49 हजार 950 के पास पहले से पट्टे है। 51,088 आवासहीन परिवार हैं। इनमें से 33 हजार 350 ने भूखंड के लिए आवेदन किया है।