मणिपुर। रिपोर्ट टाइम्स।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में सोमवार को सीआरपीएफ जवानों के साथ हुई मुठभेड़ में कम से कम दस उग्रवादी मारे गए। यह मुठभेड़ तब शुरू हुई, जब उग्रवादियों ने सीआरपीएफ शिविर पर हमला किया। इस मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ जवान भी घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए एयरलिफ्ट कर अस्पताल ले जाया गया।
मणिपुर में मई पिछले वर्ष से इंफाल में बसे मेइती और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले कुकी समुदायों के बीच हुए जातीय हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। इस बीच, जिले के बोरोंबेकरा उपखंड में उग्रवादियों ने कई दुकानों में आग लगा दी। उग्रवादियों ने लगभग 2:30 बजे बोरोंबेकरा पुलिस स्टेशन की तरफ गोलियां चलाईं और जकुरादोर करोंग की ओर बढ़कर आगजनी की घटना को अंजाम दिया।
हथियारों की बरामदगी
सुरक्षा बलों ने पिछले तीन दिनों में मणिपुर के पहाड़ी और घाटी जिलों में तलाशी अभियानों के दौरान कई हथियार, गोला-बारूद और आईईडी बरामद किए हैं। असम राइफल्स द्वारा जारी एक बयान में बताया गया है कि शनिवार को असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने चुराचांदपुर जिले के एल खोनोमफाई गांव के जंगलों में अभियान चलाकर एक .303 राइफल, दो 9 मिमी पिस्तौल, छह 12 सिंगल बैरल राइफल, एक .22 राइफल, गोला-बारूद और अन्य युद्ध से संबंधित वस्तुएं बरामद कीं।
इसके अलावा कांगपोकपी जिले में एस चोंगुबुंग और माओहिंग के बीच संयुक्त टीम द्वारा किए गए एक अन्य अभियान में एक 5.56 मिमी इंसास राइफल, एक .303 राइफल, दो एसबीबीएल बंदूकें, दो .22 पिस्तौल, दो इम्प्रोवाइज्ड प्रोजेक्टाइल लॉन्चर, ग्रेनेड और गोला-बारूद भी जब्त किए गए।
किसानों पर हुए हमले
सोमवार सुबह मणिपुर के इंफाल ईस्ट जिले में खेतों में काम कर रहे एक किसान पर पास की पहाड़ी से उग्रवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें वह घायल हो गया। यह लगातार तीसरा दिन था जब पहाड़ी क्षेत्रों के उग्रवादियों ने इंफाल घाटी में काम कर रहे किसानों पर हमला किया। घटना की सूचना पर सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और जवाबी फायरिंग की, जिससे कुछ देर तक मुठभेड़ हुई। घायल किसान को याइंगांगपोकपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अब खतरे से बाहर है।