महाराष्ट्र। रिपोर्ट टाइम्स।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार पूरे जोर-शोर से चल रहा है. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोलापुर में रैली की. इस दौरान पीएम मोदी ने राज्य के विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि आपको याद रखना है कि ये महाअघाड़ी वाले जिस गाड़ी पर चल रहे हैं, वो एक ऐसी गाड़ी है जिसमें न पहिये हैं न ब्रेक है. इसके साथ-साथ उस गाड़ी चलाएगा कौन इसे लेकर भी मारामारी चल रही है. अघाड़ी सबसे अस्थिर गाड़ी है, ये लोग आपस में ही झगड़ा करने में समय बर्बाद कर देते हैं.
पीएम ने आगे कहा कि आज जब दलित और हमारे ओबीसी और आदिवासी एकजुट हो रहे हैं तो ये कांग्रेस वाले सबसे ज्यादा परेशान हैं. उन्हें लगता है कि अगर पिछड़ा समाज ओबीसी एक हो जाएगा, अगर एससी-एसटी एक हो जाएंगे तो शाही खानदान को कुर्सी कैसे मिलेगी. इसलिए कांग्रेस अब दलित, पिछड़ी, आदिवासी को छोटे-छोटे टुकड़ों में बिखेरने का षड़यंत्र कर रही है. कांग्रेस लोगों को टुकड़ों में बांटना चाहती है. कांग्रेस एक नया खेल-खेल रही है. इसलिए मैं आपको जगाने आया है. ये आपकी एकता से परेशान हैं. इसलिए कांग्रेस जातियों को आपस में लड़ाना चाहती है. कांग्रेस के मंसूबों को खत्म करने के लिए हमें एक रहना होगा. इसलिए हम एक रहेंगे तो नेक रहेंगे.
पीएम मोदी बोले- हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बना रहे
हम महिलाओं को जन कल्याण के केंद्र में रखकर काम कर रहे हैं. हम तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने के मिशन में जुटे हुए हैं. तीन करोड़ बहनों को ऐसी स्थिति में ले आऊंगा कि वो हर साल 1 लाख रुपए से ज्यादा की कमाई करे और लखपति दीदी बने.
‘मेरा रक्षा कवच माताएं-बहनें हैं’
उन्होंने कहा कि मेरा अगर को सबसे बड़ा रक्षा कवच है तो ये मेरी माताएं-बहनें हैं. कांग्रेस देश के गरीबों को संविधान से मिले अधिकारों की खत्म करना चाहती है. शहजादे तो विदेश में जाकर खुलेआम आरक्षण खत्म करने की बात कह आए हैं. एक समय था जब कांग्रेस आरक्षण के विरोध में बड़े-बड़े विज्ञापन देती थी. कांग्रेस ने अपने सिंबल के जरिए आरक्षण को खत्म कर वोट मांगने का काम किया था.
‘लाडली बहना योजना के खिलाफ महाविकास अघाड़ी वाले कोर्ट चले गए’
पीएम ने महाराष्ट्र सरकार की लाडली बहना योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने महिलाओं के हाथ में पैसा दिया, सीधा उनके खाते में जमा हुआ तो ये अघाड़ी वालों की नींद हराम हो गई. उनको लगा ये क्या कमाल हो गया, ये क्या हो जाएगा. इसलिए बिना सोचे समझें वो इसके विरोध में उतर आए. माताओं बहनों को पैसा मिलना बंद हो जाए इसलिए ये लोग कोर्ट तक चले गए. इस बार दिवाली का उत्साह दोगुना था. माताओं-बहनों ने खुल कर खरीदारी की. उससे अर्थव्यवस्था को भी ताकत मिली. यही बीजेपी की विजन है.