उदयपुर। रिपोर्ट टाइम्स।
उदयपुर में महाराणा प्रताप के वंशजों के बीच तिलक, तलवार और दस्तूर को लेकर विवाद के बीच विश्वराज सिंह मेवाड़ ने आज एकलिंगनाथ जी के दर्शन कर लिए हैं. 10 नवंबर को विश्वराज के पिता महेंद्र सिंह का निधन हो गया था. एकलिंगनाथ जी के मंदिर में पहुंच कर विश्वराज ने ‘शोक को भंग’ करने की रस्म पूरी की. इस अवसर पर मंदिर में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यात्रा बिना किसी परेशानी के पूरी हो.
उदयपुर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिटी पैलेस के आसपास के क्षेत्रों में भारतीय न्यास संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है. विश्वराज को सिटी पैलेस में पवित्र अग्नि स्थल ‘धूणी’ के दर्शन की अनुमति देने के लिए बातचीत जारी है. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि मामले को सुलझाने के लिए कुछ वरिष्ठ अधिकारी उदयपुर पहुंचे हैं.
हिंसक प्रदर्शन शुरू हुआ
नोटिस में कहा गया है कि श्री एकलिंगजी ट्रस्ट उदयपुर ने 25 नवंबर को केवल ट्रस्ट द्वारा अधिकृत लोगों को ही मंदिर में प्रवेश देने का निर्णय किया है. महेंद्र सिंह मेवाड़ के छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ ट्रस्ट के अध्यक्ष और प्रबंध ट्रस्टी हैं. सिटी पैलेस भी उनके अधीन है. नोटिस छपने के बाद पैलेस के प्रवेश द्वार पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए. विश्वराज सिंह को जब प्रवेश नहीं दिया गया तो हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसके बाद जिला प्रशासन ने सिटी पैलेस के ‘धूणी’ वाले विवादित हिस्से के लिए रिसीवर नियुक्त कर दिया.
इसके बाद विश्वराज सिंह बिना अनुष्ठान किए ही अपने आवास पर लौट गए. विश्वराज और अरविंद सिंह मेवाड़ के परिवार के बीच गतिरोध कल भी जारी रहा, जिसमें विश्वराज और अरविंद सिंह के बेटे लक्ष्यराज सिंह ने बिना नाम लिए एक-दूसरे पर निशाना साधा.