नागौर। रिपोर्ट टाइम्स।
राजस्थान के नागौर लोकसभा सीट से सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को बुरड़ी गांव में आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने भाषण देते हुए खींवसर उपचुनाव में अपनी पार्टी की हार की पीड़ा जाहिर की। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष ने नागौर की राजनीतिक स्थिति और खींवसर उपचुनाव की हार पर अपनी प्रतिक्रिया दी। हनुमान बेनीवाल ने खींवसर के चुनावी परिणाम को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए, बिना किसी का नाम लिए, रेवंतराम डांगा पर तंज कसा, जो इस चुनाव में विजयी हुए थे।
अनपढ़ उम्मीदवार को विधानसभा भेजने का आरोप
हनुमान बेनीवाल ने खींवसर उपचुनाव के परिणामों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और खींवसर की जनता पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने एक अनपढ़ आदमी को विधानसभा भेज दिया है, जो देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है। उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि एक लाख वोट होने के बावजूद जनता ने एक ऐसे उम्मीदवार को चुना, जिसका शिक्षा और क्षमता से कोई संबंध नहीं था। इसके अलावा, बेनीवाल ने यह भी जोड़ा कि उनका राजनीतिक सफर अब लोकसभा चुनाव की सफलता से तय होगा, जिसमें मुस्लिम समुदाय का समर्थन उनके पक्ष में था और वह 40 प्रतिशत बीजेपी के साथ और 60 प्रतिशत वोट उनके पक्ष में पड़े।
बीजेपी कांग्रेस के पास नहीं है खुद का नेतृत्व
हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस पर भी हमला करते हुए कहा कि उनके पास खुद का नेतृत्व नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं आपसे पूछता हूं, जिनको आपने वोट दिया, वह कहां हैं?” बेनीवाल ने दोनों प्रमुख पार्टियों की राजनीति पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि वे अपनी पार्टी के नेतृत्व को छोड़कर एकजुट होकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेताओं को अपना नेता बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कांग्रेस और बीजेपी के पास अपने खुद के नेताओं की कमी नहीं होती, तो वे पार्टी के अंदर बदलाव नहीं करते। बेनीवाल ने यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी और उनका नेतृत्व अब और मजबूत हुआ है, और उनका मुकाबला करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के पास कोई स्थिर नेता नहीं है।