रिपोर्ट टाइम्स।
एशिया के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी के ग्रुप ने टैक्स देने को लेकर बड़ा इतिहास रचा है. अडानी ग्रुप की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में 58 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का टैक्स जमा किया है. इसका मतलब है कि ग्रुप की ओर से हर घंटे 6.63 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाया है. वैसे अडानी ग्रुप की कंपनियों ने वित्त वर्ष 2022-23 में 46,610 करोड़ रुपये का टैक्स कर्ज चुकाया था. इसका मतलब है कि उससे पहले वर्ष में अडानी ग्रुप की ओर से हर घंटे 5.32 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाया था आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर अडानी ग्रुप की ओर से किस तरह की रिपोर्ट जारी की गई है.
कितना जमा किया टैक्स
अडानी ग्रुप ने बताया कि भुगतान किए गए टैक्स में ग्लोबल टैक्स, शुल्क और अडानी पोर्टफोलियो की कंपनियों द्वारा वहन किए गए अन्य शुल्क, अन्य हितधारकों की ओर से जुटाए और भुगतान किया गया अप्रत्यक्ष कर योगदान और शुल्क और कर्मचारियों के लाभ के लिए सामाजिक सुरक्षा योगदान शामिल हैं. अरबपति गौतम अडानी की अगुवाई वाले ग्रुप ने वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल, 2023 से मार्च, 2024) के लिए अपनी टैक्स पारदर्शिता रिपोर्ट जारी की है. ग्रुप ने अपने बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अडानी ग्रुप का कुल ग्लोबल टैक्स और राजकोष में अन्य योगदान 58,104.4 करोड़ रुपए था, जो लिस्टेड यूनिट्स के अपने पोर्टफोलियो के माध्यम से इससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के 46,610.2 करोड़ रुपए की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है.
इन कंपनियों की है डिटेल
ग्रुप की सात लिस्टेड कंपनियों – अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस और अंबुजा सीमेंट्स द्वारा प्रकाशित स्वतंत्र रिपोर्टों में इसका विवरण दिया गया है. इस आंकड़े में तीन अन्य लिस्टेड कंपनियों – एनडीटीवी, एसीसी और सांघी इंडस्ट्रीज द्वारा चुकाया गया टैक्स भी शामिल है, जो सात कंपनियों के पास है.
गौतम अडानी ने क्या कहा
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि भारत के खजाने में हम खुद को सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक मानते हैं कि हमारी ज़िम्मेदारी अनुपालन से कहीं बढ़कर है. यह ईमानदारी और जवाबदेही के साथ काम करने के बारे में भी है. हमारे देश के वित्त में हमारा हर एक रुपया पारदर्शिता और सुशासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इन रिपोर्ट को स्वेच्छा से जनता के साथ साझा करके, हमारा उद्देश्य हितधारकों का भरोसा बढ़ाना और जिम्मेदार कॉरपोरेट आचरण के लिए नए मानक स्थापित करना है.