REPORT TIMES: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का असर उड़ानों पर भी बुरी तरह पड़ा है. कई उड़ानों में खासी देरी हो रही है, जिसके कारण यात्री खासे परेशान हो रहे हैं. उड़ानों में देरी की वजह अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र बंद होना माना जा रहा है. उड़ानों को इसके जगह दूसरे रूट पर फ्लाई करना पड़ रहा है. यही कारण है कि रूट लंबा और ज्यादा समय ले रहा है. इन सब समस्याओं को लेकर अब सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. इसका फायदा साफ तौर पर हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को मिलेगा.
सरकार ने साफ कहा कि अंतराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण फ्लाइटों को ज्यादा समय और कई जगहों पर रूकना भी पढ़ सकता है. इसलिए फ्लाइट में पर्याप्त फ्यूल और यात्रियों को खाने पीने का सामान रखना होगा.
सरकार ने क्या-क्या आदेश जारी किए?
- फ्लाइट में हो रही देरी का कारण और उसकी जानकारी सभी यात्रियों को पहले ही देनी होगी. इसके साथ ही बताना होगा कि कितना समय ज्यादा लगेगा. अगर कहीं भी फ्लाइट को लैंड किया जाता है तो इस बारे में भी सभी यात्रियों को जानकारी देनी होगी. यह जानकारी चेक-इन, बोर्डिंग गेट पर तथा जहां संभव हो, एसएमएस/ईमेल अलर्ट के माध्यम से दी जानी चाहिए.
- एयरलाइनों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खानपान में वृद्धि फ्लाइट में मौजूद यात्रियों से ज्यादा हो. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर कही स्टॉप होता है और उसकी वजह से फ्लाइट लेट हेाती है तो यात्रियों को परेशान न होना पड़े. यदि आवश्यक हो तो ग्राउंड एम्बुलेंस की उपलब्ध रहना चाहिए.
- फ्लाइट में देरी और सामान्य उड़ान में भी सुनिश्चित करें कि मेडीकल किट और शुरुआती मेडीकल उपकरण मौजूउ हो, ताकि किसी भी इमरजेंसी में ऑपरेशन लंबा चलता है तो यात्री परेशान न हो.
- सभी यात्रियों को फ्लाइट में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी देनी होगी.
- फ्लाइट में हो रही देरी के कारण अगर किसी यात्री की आगे की फ्लाइट छूटती है तो एयरलाइंस की ही जिम्मेदारी रहेगी की उस यात्री के आगे ट्रैवल करने की व्यवस्था की जाए.
नए आदेश में साफ कहा गया कि अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो एयरलाइंस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. ये कदम हाल के दिनों में आ रहीं शिकायतों के बाद उठाया गया है.