REPORT TIMES : राजस्थान का मेवात इलाका, साइबर ठगी का कुख्यात अड्डा है. राज्य ही नहीं, बल्कि देशभर के साइबर ठग यही से वारदात को अंजाम दे रहे हैं. अलवर की रामगढ़ थाना पुलिस ने तमिलनाडु के 4 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन्हें रामगढ़ के गोहा रोड से गिरफ्तार किया है. चारों साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर पुराने सिक्के और रुपयों को महंगे दामों पर खरीदने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम देते हैं. इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस को पहले भी शिकायत मिली थी. अब मुखबिर की सूचना पर थाना अधिकारी विजेन्द्र सिंह ने थाना स्तर पर स्पेशल टीम का गठन किया.
तिजारा का रहने वाला मुख्य सरगना फरार
हालांकि इस गैग से जुड़ा एक और साइबर अपराधी आदिल है, जो तिजारा का रहने वाला है. फिलहाल वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. थाना अधिकारी विजेन्द्र सिंह ने बताया कि रवि कुमार, मुनियान्डी, सुरेन्द्र प्रसाद और सल्वा गणेश को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि आदिल ने चारों आरोपियों को ठगी करने के लिए तमिलनाडु से राजस्थान बुलाया था. क्योंकि उनके द्वारा विभिन्न राज्यों के लोगों से ठगी करने के लिए अंग्रेजी और तमिल भाषा भी जरूरी थी.
सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट के जरिए देते थे झांसा
गिरफ़्तार साइबर अपराधियों द्वारा सोशल मीडिया माध्यम से पुराने सिक्के और रुपयों को महंगे दामों पर खरीदने के लिए रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. ये लोग झांसा देकर सोशल मीडिया, फेसबुक अकाउंट और व्हाट्सएप अकाउंट के जरिए ठगी की घटना को अंजाम देते थे. फर्जी सिमों से फर्जी अकाउंट में ऑनलाइन स्कैनर से रुपए डलवाते हैं और फिर अपना- अपना हिस्सा बांट लेते थे.
लोगों को हुआ शक तो पुलिस को दी सूचना
चारों आरोपी तमिल और अंग्रेजी भाषा का आपस में इस्तेमाल कर रहे थे. उनकी भाषा शैली जानने के बाद ही आसपास के लोगों ने उनको देखकर पुलिस को सूचना दी. पुलिस फिलहाल मुख्य सरगना आदिल को गिरफ्तारी करने के प्रयास में जुटी हुई है.