REPORT TIMES : एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हर किसी की जिंदगी में अपनी जगह बनाना शुरू कर दिया है. बच्चे हों या बड़े, हर कोई एआई का इस्तेमाल करने लगा है. स्कूलों में एआई से जुड़े कोर्स लॉन्च कर दिए गए हैं और बच्चे होमवर्क तक के लिए एआई टूल्स का यूज़ कर रहे हैं. एआई का ज्यादा इस्तेमाल आपकी सोचने-समझने की क्षमता को चैलेंज कर सकता है. इसलिए अगर बच्चे पढ़ाई-लिखाई के लिए एआई का यूज़ कर रहे हैं तो उन्हें अपनी लिमिट पता होनी चाहिए.
स्टूडेंट्स के लिए एआई के फायदे
सीखने-सिखाने के दौर में एआई बहुत शानदार साबित हो सकता है. जानिए स्टूडेंट्स के लिए एआई के फायदे-
1. सीखने में रखें स्पीड का ध्यान- एआई टूल्स स्टूडेंट की स्पीड के हिसाब से खुद को एडजस्ट कर सकते हैं. आपकी सीखने की क्षमता तेज हो या धीमी, एआई प्लेटफॉर्म आपके हिसाब से सरल भाषा में पर्सनलाइज्ड कंटेंट तैयार कर सकते हैं.
2. तुरंत मिलेगा सपोर्ट- अगर आप लेट नाइट पढ़ाई करते हैं या सुबह जल्दी उठकर तो हो सकता है कि किसी टॉपिक पर फंसने पर तुरंत मदद न मिल पाए. इस कंडिशन में एआई आपकी मदद कर सकता है. एआई बॉट्स और असिसटेंट 24/7 आपके डाउट्स सॉल्व करने के लिए तैयार रहते हैं.
पढ़ाई के लिए एआई के फायदे

3. चीटिंग को कहें न– अगर आप बिना पढ़े या बिना सोचे एआई से जस का तस असाइनमेंट कॉपी कर लेते हैं तो उसे चीटिंग की कैटेगरी में रखा जाएगा. हो सकता है कि उससे आप किसी परीक्षा में पास हो जाएं, लेकिन आपकी स्किल्स डेवलप नहीं हो पाएंगी.
एआई का ज्यादा इस्तेमाल करने के नुकसान
1. कमजोर याददाश्त- जब स्टूडेंट्स फैक्ट्स याद करने या सवालों के जवाब देने के लिए एआई पर निर्भरता बढ़ा देते हैं तो इससे उनकी याददाश्त को नुकसान पहुंचता है. कुछ समय के बाद किसी सपोर्ट के बिना चीजें याद करना या यूनीक आइडिया जनरेट कर पाना मुश्किल हो जाएगा.
3. कॉपी-पेस्ट माइंडसेट- एआई जनरेटेड कॉन्टेंट आसानी से कॉपी-पेस्ट किया जा सकता है. इससे कंटेंट की चोरी की आशंका बढ़ती है.