पीने का पानी लाने के लिए भी इस नाले के ऊपर जुगाड़ से लगाये गए बिजली के पोल से निकलना पड़ता है
मरीजों को भी खाट पर लेकर निकलते हैं ग्रामीण
ग्रामीण 15 वर्षों से पुलिया के लिए लगा रहे गुहार
शिवपुरी । मध्यप्रदेश
प्रांजल भार्गव
शिवपुरी जनपद पंचायत की एक पंचायत ऐसी भी है जहां लाखों रुपये खर्च होने के बावजूद विकास कार्य दूर दूर तक नजर नहीं आते और आज भी ग्रामीणों को खतरों से खेलकर एक नाले को पार करना पड़ता है,यह तस्वीर हैरान करने वाली है जिसमे महिलाएं और छोटे छोटे बच्चे पानी से भरे गहरे नाले को महज बिजली के खम्भे पर चलकर पार कर रहे हैं। यहां पूर्व में एक छोटी बच्ची के साथ हादसा भी हो चुका है और नाला पार करते हुए वह बच्ची पानी में जा गिरी जिसे ग्रामीणों ने बचा लिया था।
यह तस्वीर शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र के कबीरखेड़ी गांव की हें जहां सरपंच सचिव की मनमानी के चलते इस नाले पर पुलिया का निर्माण नहीं करवाया गया और मजबूरन ग्रामीणों को नाले पर डाले गए। दो बिजली के खम्भों के सहारे यह नाला पार करना पड़ता है। गांव के रामनाथ यादव का कहना है कि पिछले 15 वर्षों मे कलेक्टर से लेकर विधायक और मंत्रियों तक गुहार लगा चुके हैं पर किसी ने भी सुध नहीं ली। जबकि नाले के दुसरी तरफ आठ परिवार निवास करते हैं और कोई अगर बीमार पड़ जाता है तो इस खम्भे के रास्ते से ही गुजरना पड़ता है। साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चे भी इसी खम्भे से गुजरते हैं। यहां तक की सभी महिलाएं बच्चियां भी इसी रास्ते से पानी भरकर लाती हैं। वहीं इस मामले पर शिवपुरी जनपद पंचायत सीईओ गगन वाजपेयी से बात की गई तो उनका कहना है समस्या के समाधान के प्रयास किए जाएंगे। तस्वीरों में अलग अलग परिवारों के घर साफ दिखाई दे रहे हैं अगर जनपद सीईओ अपने एयर कंडीशन लगे आफिस से बाहर निकलकर जमीनी हकीकत पर नजर करते तो शायद उन्हें पता चलता की हकीकत क्या है। प्रदेश सरकार विकास के चाहे जितने दावे करे पर हकीकत तो सामने आ ही जाती है कबीरखेड़ी के इस गांव की हालत को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि लाखों करोड़ों रुपये खर्च तो हुए हैं, पर विकास केवल फाईलों मे बंद है।