Report Times
latestOtherटॉप न्यूज़ताजा खबरेंदेशविदेशस्पेशलस्वास्थ्य-और-फिटनेसहैल्थ

BF.7 वेरिएंट के एक मरीज से 18 लोगों में फैलता है वायरस, भारत में मिले 4, कितना खतरनाक?

REPORT TIMES

Advertisement

चीन में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है. रोजाना सैकड़ों लोग जान गंवा रहे हैं. चीन में कोविड के मामले बढ़ने की वजह ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट bf.7 को माना जा रहा है. इस वेरिएंट की संक्रामकता दर काफी अधिक है. डॉक्टरों के मुताबिक, ये सब वेरिेएंट ओमिक्रॉन का सबसे खतरनाक रूप है. ये वैक्सीन से बनी इम्यूनिटी को भी बाइपास कर देता है. भारत में भी कोरोना के bf.7 वेरिएंट के 4 मामले सामने आ चुके हैं.

Advertisement

bf.7 वेरिएंट में रिइंफेक्शन होने का भी खतरा रहता है. इस वेरिएंट का आर वैल्यू यानी रिप्रोडक्शन नंबर 18 है. इसका मतलब यह है कि इस वेरिएंट के संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से 18 लोग में कोरोना फैल सकता है. यही वजह है कि चीन में कोविड इतनी तेजी से फैल रहा है. हर दिन केस दोगुना रफ्तार से बढ़ रहे हैं. हालांकि यह जरूरी नहीं है कि किसी वेरिएंट की आरओर वैल्यू हमेशा एक जैसी रहे. यह इस बात पर निर्भर करता है कि जिस इलाके में वेरिएंट फैल रहा है वहां इसको काबू करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं.

Advertisement

Advertisement

अन्य वेरिएंट्स की रिप्रोडक्शन वैल्यू क्या है?

Advertisement

इस बारे में डॉ अजय कुमार बताते हैं कि कोरोना के अन्य वेरिएंट्स की आर वैल्यू 5 से कम ही रही है. अभी तक भारत में आए सबसे खतरनाक वेरिएंट डेल्टा की आर वैल्यू शुरुआत में 1 थी, इसके बाद ये बढ़कर 2 तक हो गई थी, यानी. डेल्टा का एक संक्रमित 3 लोगों तक वायरस को पहुंचा सकता था. कोविड की दूसरी लहर के दौरान डेल्टा की आर वैल्यू 3 थी, लेकिन ये इससे अधिक नहीं हुई. जब वायरस का प्रभाव कम होने लगा था तो आर वैल्यू घटकर 1 से भी कम हो गई थी. इसके अलावा अल्फा और लेम्डा वेरिएंट की आर वैल्यू कभी एक से ज्यादा नहीं हुई थी. ये वेरिएंट्स कुछ महीनों मे ही कमजोर पड़ गए थे.

Advertisement

ओमिक्रॉन के किसी वेरिएंट की आर वैल्यू 5 से ज्यादा नहीं

Advertisement

डॉ कुमार का कहना है कि ओमिक्रॉन के bf.7 वेरिएंट को छोड़कर किसी भी वेरिएंट की आर वैल्यू पांच से ज्यादा नहीं हुई है. bf.7 इसलिए ही तेजी से फैल रहा है क्योंकि इसका रिप्रोडक्शन नंबर अधिक है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि इस वेरिएंट का एक संक्रमित 18 लोगों तक वायरस को पहुंचा ही देगा. यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि संक्रमित के संपर्क में आने वाले लोगों की इम्यूनिटी कैसी है और उनको पहले नेचुरल इंफेक्शन हो चुका है या नहीं.

Advertisement

 

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement

Related posts

कातिल देवर! भाभी को मार डाला, फिर शव ले गया अस्पताल, भाई को भी बुलाया; हैरान कर देगी वजह

Report Times

IPL 2022: लखनऊ टीम में शामिल हैं ये खिलाड़ी

Report Times

मातम में बदलीं शादी की खुशियां, बारात से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली बीच सड़क पर पलटी; 2 की मौत 17 घायल

Report Times

Leave a Comment