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महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. भगवान राम को मांसाहारी बताने वाली टिप्पणी से कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में एनसीपी विधायक के खिलाफ अब यहां ठाणे में भी प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई गई है. मुंबई पुलिस की ओर से भी राम को लेकर की गई टिप्पणी पर आव्हाड के खिलाफ पहले ही केस दर्ज किया जा चुका है. प्रदेश के पूर्व मंत्री के खिलाफ अब तक कम से कम 4 एक जैसी एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी हैं जिसमें 2 मुंबई में तो एक ठाणे जिले के नवघर पुलिस स्टेशन में और दूसरी पुणे में शामिल है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आव्हाड के खिलाफ कल बुधवार रात ठाणे शहर के वर्तक नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295-ए (किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से किया गया कृत्य) के तहत केस दर्ज किया गया था.
BJP कार्यकर्ता ने दर्ज कराई थी शिकायत
शिकायत के बारे में उन्होंने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ता सेजल कदम ने बुधवार (10 जनवरी) को विधायक आव्हाड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने आगे बताया कि पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है. हालांकि आव्हाड को किसी भी एफआईआर के तहत गिरफ्तार नहीं किया गया है. एनसीपी के शरद पवार गुट के विधायक, जो ठाणे जिले के मुंब्रा-कलवा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने 3 जनवरी को शिरडी में एक पार्टी सम्मेलन में भगवान राम को लेकर एक टिप्पणी कर दी थी जिससे यह विवाद पैदा हो गया. उन्होंने तब कहा था, “भगवान राम शिकार किया करते थे और फिर उसे खाते थे. वह हमारे हैं, बहुजन के हैं. आप लोग (बीजेपी की ओर इशारा करते हुए) हमें शाकाहारी बना रहे हैं, (लेकिन) हम राम के उदाहरण का अनुसरण कर रहे हैं और मटन खा रहे हैं.” ‘बहुजन’ शब्द का प्रयोग महाराष्ट्र राज्य में समाज के गैर-ब्राह्मण वर्गों के के लिए किया जाता है. बाद में पूर्व मंत्री आव्हाड ने यह भी कहा था कि अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह खेद व्यक्त करेंगे. आव्हाड का यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में अयोध्या में राम मंदिर को लेकर उत्साह बना हुआ है. 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कराई जाएगी.