Report Times
latestOtherकरियरटॉप न्यूज़ताजा खबरेंदेशराजनीतिस्पेशल

बीजेपी के लिए ट्रायल रन है पांच राज्यों के चुनाव, यूं ही नहीं कहा जा रहा 2024 का सेमीफाइनल?

REPORT TIMES 

Advertisement

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. हिंदी पट्टी वाले तीन राज्यों में बीजेपी बनाम कांग्रेस की सीधी लड़ाई है, तो तेलंगाना में त्रिकोणीय और मिजोरम में दो क्षत्रपों के बीच मुकाबला है. ऐसे पांच राज्यों के चुनाव में जीत-हार के नतीजों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जाएगा. 2014 और 2019 की जीत के बाद पीएम मोदी 2024 में एक बार फिर लोकसभा चुनाव जीतकर सत्ता की हैट्रिक लगाना चाहते हैं. इसका सारा दारोमदार पांच राज्यों के चुनाव के चुनाव पर टिका है, क्योंकि इसके नतीजे कहीं न कहीं 2024 के नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं.

Advertisement

Advertisement

पांच राज्यों में 83 लोकसभा सीट

Advertisement

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है, जहां अगले महीने अलग-अलग तारीखों में मतदान होना है. देश में लोकसभा की कुल 545 सीटें हैं, जिसमें से 83 सीटें इन पांचों ही राज्यों में है. इनमें से फिलहाल 65 सीटों पर बीजेपी के सांसद काबिज हैं यानि करीब 78 फीसदी सीटें बीजेपी के पास हैं. वहीं कांग्रेस के पास सिर्फ 4 सीटें हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए 2024 में इन सीटों का नंबर बढ़ाना और बचाए रखना दोनों ही अहम है. इसलिए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने से बीजेपी का हौसला तो बढ़ेगा ही साथ ही उस आधार पर 2024 की सियासी पिच तैयार करने में मदद मिल सकती है.

Advertisement

राजस्थान से बीजेपी के 24 सांसद

Advertisement

राजस्थान की बात करें तो यहां लोकसभा की 25 सीटें हैं, जिसमें 24 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. 2019 के लोकसभा चुनाव से एक साल पहले यहां हुए विधानसभा चुनाव में 200 सीटों में से 100 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी 73 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. कांग्रेस ने बीएसपी और निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बनाई, लेकिन एक साल बाद ही हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस का सफाया कर दिया था. बीजेपी ने 2019 का लोकसभा चुनाव हनुमान बेनीवाल की पार्टी के साथ मिलकर लड़ी थी और क्लीन स्वीप किया था. बीजेपी ने 24 सीटें अपने नाम कर ली थी और एक सीट उसकी सहयोगी आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल नागौर से चुनाव जीते. कांग्रेस खाली हाथ रह गई थी. सीएम अशोक गहलोत जिस तरह से अपनी योजनाओं के साथ चुनावी रण में उतरे हैं और वसुंधरा राजे खेमा जिस तरह से बागी रुख अपना रखा है, उससे बीजेपी की चिंता बढ़ गई है.

Advertisement

मध्यप्रदेश में 28 सीट पर बीजेपी कब्जा

Advertisement

मध्य प्रदेश वो राज्य जहां सालों से शिवराज सिंह चौहान का ‘राज’ है. हालांकि, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 15 साल के बाद सत्ता में लौटी, लेकिन 15 महीने में ही सरकार गिर गई और एक बार फिर शिवराज सिंह की ताजपोशी हुई. बीजेपी के मजबूत गढ़ माने जाने वाले इस राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 28 सीटें जीती थी और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट ही मिली थी. 2018 के विधानसभा चुनावों के नतीजों से सबक लेते हुए बीजेपी मध्य प्रदेश को अपने हाथों फिसलता हुआ नहीं देखना चाहती, इसलिए विधानसभा चुनाव में अपने सांसदों और मंत्रियों की फौज उतार दी है.

Advertisement

छत्तीसगढ़ की 11 सीटों लड़ाई

Advertisement

छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटे हैं, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से 9 सीटें अपने नाम की थी. हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 सालों से लगातार सत्ता पर काबिज रमन सिंह की सरकार को कांग्रेस ने बेदखल कर दिया था और 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 68 पर शानदार जीत हासिल की थी और बीजेपी को 15 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, लेकिन एक साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हार का बदला ले लिया. पांच साल के बाद अब छत्तीसगढ़ की स्थिति काफी अलग है और कांग्रेस पूरी तरह से सत्ता में वापसी की उम्मीदें लगाए हुए हैं, जिसके चलते बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव जीतना आसान नहीं लग रहा है.

Advertisement

तेलंगाना की 17 सीट पर नजर

Advertisement

तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास भले ही 3 विधायक हैं, लकिन 17 सांसदों वाले इस राज्य में उसके सांसद 4 हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 4 सीटें, कांग्रेस के पास 3 सीटें, बीआरएस को 9 और अन्य को एक सीट पर जीत मिली थी. तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में मुकाबला तो कांग्रेस और बीआरएस के बीच है, लेकिन बीजेपी इसे त्रिकोणीय बनाने में जुटी है. बीजेपी इस बात को जानती है लोकसभा के लिए अपनी जमीन तैयार करने के लिए विधानसभा चुनाव की जंग को फतह करना कितना अहम है. वहीं, अगर मिजोरम की बात करते हैं तो यहां पर सिर्फ एक लोकसभा सीट है. 2019 में यह सीट सत्ताधारी मिजो नेशनल फ्रंट ने जीती थी. मिजोरम के पिछले विधानसभा चुनावों के ट्रेंड को देखें तो यहां हमेशा मुख्य मुकाबला कांग्रेस और मिजो नेशनल फ्रंट के बीच रहा है, पिछले विधानसभा चुनाव में 40 सीटों वाले इस प्रदेश में एमएनएफ को 26, कांग्रेस को 5 जोरम पिपुल्स फ्रंट को 8 और बीजेपी एक सीट पर जीत मिली थी. इस बार एमएनएफ और जेपीएफ के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है.

Advertisement

पीएम मोदी के लिए ट्रायल रन

Advertisement

बीजेपी ने पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव में राज्य के किसी नेता के भरोसे नहीं, बल्कि पीएम मोदी के नाम और चेहरे के सहारे मैदान में उतरी है. नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता भुनाने की रणनीति बीजेपी ने बनाई है. इसलिए लोकसभा चुनावों से पहले हो रहे इन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के लिए पहला ट्रायल रन साबित हो सकते हैं. इस बार बीजेपी बिना कोई चेहरे के जिस तरह से उतरी है, उससे यह चुनाव मोदी की लोकप्रियता की भी अग्निपरीक्षा होगी. पिछली बार भले पीएम मोदी ने पूरे जोरशोर से प्रचार किया था, लेकिन तब मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ में रमन सिंह और राजस्थान में वसुधरा राजे की सरकारें थीं और उनके चेहरे भी थे. यही वजह रही कि इन राज्यों में पार्टी की हार का ठीकरा इन तीनों की विफलताओं पर फूट गया था, लेकिन इस बार सीधी तौर पर पीएम मोदी का मुकाबला कमलनाथ, भूपेश बघेल और अशोक गहलौत के अलावा राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से भी है. बीजेपी ने पीएम मोदी के दम पर जिस तरह से राज्यों के चुनावी मैदान में उतरे हैं, उसे देखते हुए समझा जा सकता है कि बीजेपी कितनी गंभीरता के साथ सेमीफाइल को जीतना चाहती है, क्योंकि उसे पता है कि विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भी लोकसभा में सत्ता की हैट्रिक लगाकर इतिहास रचा जा सकता है. इन तीनों राज्यों के नतीजे बीजेपी के लिए कितने अहम माने जा रहे हैं?

Advertisement
Advertisement

Related posts

चिड़ावा में सन्त ब्रह्मचारी जी की पुण्यतिथि पर हुआ.,धार्मिक आयोजन

Report Times

दिल्ली-नोएडा-गुरुग्राम में फिर लौटा वर्क फ्रॉम होम, G20 को लेकर फैसला

Report Times

विधानसभा चुनाव: छोटे दल क्या करेंगे बड़ा धमाल, किसका बनाएंगे खेल और किसका बिगाड़ेंगे गेम?

Report Times

Leave a Comment