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जयपुर राजस्थान में गर्मी बढ़ने के साथ ही प्रदेशवासियों की चिंता इस बात को लेकर बढ़ जाती है कि विद्युत निगम कब से कटौती का खेल शुरू करेगा..
इस बार कहा जा रहा है कि अप्रेल शुरू होते ही शटडाउन लिया जाएगा..इसके तहत सुधार कार्य होगा और कई घंटों तक प्रदेश में बिजली गुल की जाएगी.. सबसे ज्यादा असर ग्रामीण इलाकों पर दिखाई देगा, जहां 10 से 12 घंटे तक अघोषित कटौती शुरू हो जाएगी..जबकि शहरी क्षेत्रों में सवेरे 10 से दोपहर 2 बजे तक सुधार कार्य के नाम पर कटौती की बात सामने आ रही है..
अप्रेल के पहले सप्ताह से कटौती सम्भव
प्रदेश के कई शहरों का तापमान 40 डिग्री के पार जा चुका है और अगले महीने से गर्मी ज्यादा जोर पकड़ेगी.. ऐसे में विद्युत निगम भी जमकर बिजली कटौती करेगा..कई माह तक कटौती करने के दौरान विद्युत निगम का एक जवाब होगा कि हम तो रख-रखाव के लिए बिजली शटडाउन ले रहे हैं..लेकिन सच्चाई यह है कि ग्रामीण इलाकों में 12-12 घंटे तक बिजली गुल रहेगी..उधर, विद्युत निगम के आला अधिकारियों ने भी कहना शुरू कर दिया है कि अप्रेल के पहले या दूसरे सप्ताह से ग्रामीण व शहरी इलाकों में शटडाउन लिया जाएगा, ताकि विद्युत तंत्र को सुधारा जा सके..
अभी बकाया वसूली में व्यस्त
विद्युत निगम मार्च के दौरान सालभर की बताया वसूली में लगा रहता है और इसी के चलते लू के दौरान भी कटौती नहीं की गई..जानकारों की माने तो तीनों डिस्काॅम में करोड़ों का बकाया की वसूली करना डेढ़ी खीर साबित हो रहा है, जिसके चलते अभी बिजली कटौती की तरफ ध्यान नहीं लगाया जा रहा है..मार्च निकला नहीं कि लाखों उपभोक्ताओं को रोजाना बिजली कटौती का दंश झेलना पड़ेगा..
हांफ जाते हैं ट्रांसफार्मर
हर बार गर्मी के दौरान तीन से चार माह तक जमकर बिजली कटौती होती है और लोग पसीना-पसीना होते रहते हैं.. इस बार भी ऐसा ही होगा। बड़ी बात यह है कि प्रदेशभर में ट्रांसफार्मर विद्युत भार से ओवरलोड हो जाते हैं और हांफते रहते हैं..इससे भी बिजली में लगातार व्यवधान पैदा होता है..विद्युत निगम दावा करता रहा है कि गर्मी के दौरान नए ट्रांसफार्मर लगाए जाते हैं, लेकिन फिर भी ट्रांसफार्मरों से ट्रिपिंग की शिकायतों में कमी नहीं आ सकी है..
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जयपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी अजीत सक्सेना का कहना है कि मार्च में सालभर की बकाया वसूली पर जोर दिया जा रहा है.. अप्रेल की शुरूआत में प्लानिंग कर शटडाउन लिया जाएगा, ताकि विद्युत तंत्र में सुधार किया जा सके..ग्रामीण व शहरी इलाकों के लिए शटडाउन का चार्ज भी जारी किया जाएगा..शटडाउन लेकर घोषित रुप से बिजली कटौती की जाएगी..प्रदेश में किसी प्रकार की अघोषित कटौती नहीं होगी..यह भी सामने आ रहा है कि शहरी क्षेत्रों में सवेरे 10 से दोपहर 2 बजे तक कटौती की जा सकती है..
जयपुर राजस्थान में गर्मी बढ़ने के साथ ही प्रदेशवासियों की चिंता इस बात को लेकर बढ़ जाती है कि विद्युत निगम कब से कटौती का खेल शुरू करेगा..
इस बार कहा जा रहा है कि अप्रेल शुरू होते ही शटडाउन लिया जाएगा..इसके तहत सुधार कार्य होगा और कई घंटों तक प्रदेश में बिजली गुल की जाएगी.. सबसे ज्यादा असर ग्रामीण इलाकों पर दिखाई देगा, जहां 10 से 12 घंटे तक अघोषित कटौती शुरू हो जाएगी..जबकि शहरी क्षेत्रों में सवेरे 10 से दोपहर 2 बजे तक सुधार कार्य के नाम पर कटौती की बात सामने आ रही है..
अप्रेल के पहले सप्ताह से कटौती सम्भव
प्रदेश के कई शहरों का तापमान 40 डिग्री के पार जा चुका है और अगले महीने से गर्मी ज्यादा जोर पकड़ेगी.. ऐसे में विद्युत निगम भी जमकर बिजली कटौती करेगा..कई माह तक कटौती करने के दौरान विद्युत निगम का एक जवाब होगा कि हम तो रख-रखाव के लिए बिजली शटडाउन ले रहे हैं..लेकिन सच्चाई यह है कि ग्रामीण इलाकों में 12-12 घंटे तक बिजली गुल रहेगी..उधर, विद्युत निगम के आला अधिकारियों ने भी कहना शुरू कर दिया है कि अप्रेल के पहले या दूसरे सप्ताह से ग्रामीण व शहरी इलाकों में शटडाउन लिया जाएगा, ताकि विद्युत तंत्र को सुधारा जा सके..
अभी बकाया वसूली में व्यस्त
विद्युत निगम मार्च के दौरान सालभर की बताया वसूली में लगा रहता है और इसी के चलते लू के दौरान भी कटौती नहीं की गई..जानकारों की माने तो तीनों डिस्काॅम में करोड़ों का बकाया की वसूली करना डेढ़ी खीर साबित हो रहा है, जिसके चलते अभी बिजली कटौती की तरफ ध्यान नहीं लगाया जा रहा है..मार्च निकला नहीं कि लाखों उपभोक्ताओं को रोजाना बिजली कटौती का दंश झेलना पड़ेगा..
हांफ जाते हैं ट्रांसफार्मर
हर बार गर्मी के दौरान तीन से चार माह तक जमकर बिजली कटौती होती है और लोग पसीना-पसीना होते रहते हैं.. इस बार भी ऐसा ही होगा। बड़ी बात यह है कि प्रदेशभर में ट्रांसफार्मर विद्युत भार से ओवरलोड हो जाते हैं और हांफते रहते हैं..इससे भी बिजली में लगातार व्यवधान पैदा होता है..विद्युत निगम दावा करता रहा है कि गर्मी के दौरान नए ट्रांसफार्मर लगाए जाते हैं, लेकिन फिर भी ट्रांसफार्मरों से ट्रिपिंग की शिकायतों में कमी नहीं आ सकी है..
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जयपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी अजीत सक्सेना का कहना है कि मार्च में सालभर की बकाया वसूली पर जोर दिया जा रहा है.. अप्रेल की शुरूआत में प्लानिंग कर शटडाउन लिया जाएगा, ताकि विद्युत तंत्र में सुधार किया जा सके..ग्रामीण व शहरी इलाकों के लिए शटडाउन का चार्ज भी जारी किया जाएगा..शटडाउन लेकर घोषित रुप से बिजली कटौती की जाएगी..प्रदेश में किसी प्रकार की अघोषित कटौती नहीं होगी..यह भी सामने आ रहा है कि शहरी क्षेत्रों में सवेरे 10 से दोपहर 2 बजे तक कटौती की जा सकती है..