चिड़ावा यानी शिवनगरी के शिवालयों की श्रृंखला में आज हम पहुंचे हैं झुंझुनूं रोड पर नेहरू बाल मन्दिर के पास गली में कुमावत समाज संस्था के शिवालय में।
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https://youtu.be/N8r5ZbJCxbA
इस शिवालय को बनाने की कहानी भी बड़ी रोचक है। संस्था के संस्थापकों में से एक बसंतलाल प्रजापत ने बताया कि 1984 में मोहल्ले में एक बुजुर्ग का निधन हुआ। उसी दौरान समाज के लोग एक जगह इकट्ठे हुए। इसी मौके पर सभी ने समाज के लिए भवन की आवश्यकता जताई। इसी दौरान सामाजिक संस्था कुमावत समाज संस्था का गठन हुआ। कुछ वर्ष बाद संस्था ने ये जगह खरीदी। इस जगह पर 2002-2003 के दौरान निर्माण कार्य चला और सबसे पहले समाज के लोगों ने शिवालय स्थापित करने का फैसला लिया। शिवालय का निर्माण कर विधिवत पूजा-अर्चना कर शिव पंचायतन को विराजित कराया गया। इसके साथ ही यहां शुरुआत में 2 कमरे बनवाए गए। इसके बाद संस्था में हाल और बरामदे के साथ ही कमरों का निर्माण करवाया गया। यहां पर स्नान घर और शौचालयों का निर्माण भी कराया गया। साथ ही अब यहां पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काफी पेड़-पौधे भी लगाए गए हैं। शिवालय में आप देखें कि यहां भगवान आशुतोष का अस्त्र त्रिशूल भी स्थापित है। आस्था की इस दर पर एक बार जरूर आइए और दर्शन कर पुण्य लाभ कमाइए। अब दीजिए हमें इजाजत..कल फिर मिलेंगे एक और देवालय में..हर हर महादेव..