हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को कहा कि 5वीं और 8वीं कक्षा के विद्यार्थीों के लिए इस वर्ष भी बोर्ड इम्तिहानएं नहीं होंगी. हालांकि प्रदेश गवर्नमेंट के इस प्रस्ताव पर सीबीएसई और सीआईएससीई ने आपत्ति जतायी थी.
हालांकि, गवर्नमेंट का कहना है कि पैरेंट्स एसोसिएशन और कुछ निजी विद्यालयों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और Covid-19 से शिक्षण असरित होने का हवाला देते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से इम्तिहानएं नहीं लेने की अपील की थी.खट्टर ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इसके मद्देनजर बोर्ड ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के माध्यम से एक वर्ष तक ये इम्तिहानएं नहीं करवाने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि वैसे ये इम्तिहानएं विद्यालयों के स्तर पर ही होंगी.विभिन्न निजी विद्यालयों, जिनमें से अधिकतर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल ऑफ भारतीय विद्यालय सर्टिफिकेट एग्ज़ामिनेशंस (सीआईसीएसई) से मान्यता प्राप्त हैं, ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 8वीं के विद्यार्थीों के लिए इम्तिहानएं कराने का विरोध किया है.