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आमतौर पर बुरी नजर से बचाने के लिए नींबू-मिर्ची को लोग घर व दुकान के बाहर टांगते हैं, लेकिन इन दिनों इनकाे महंगाई की नजर लग गई है। गर्मियां शुरू होते ही पिछले एक महीने में इनके भाव 40-60 रुपए प्रति किलो से 120-160 रुपए प्रति किलाे तक पहुंच गए हैं। एक महीने के दौरान नीबू में 267 तो मिर्च के खुदरा भाव में 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
इसका एक मुख्य कारण पिछले पांच दिन में पेट्रोेल-डीजल के भाव में हुई चार बार की बढ़ोतरी को भी माना जा रहा है। वहीं रसोई गैस सिलेंडर भी 50 रुपए महंगा हाे गया है। रसोई गैस और पेट्रोल उत्पादों की कीमतों में एक अप्रैल काे बड़ी बढ़ोतरी हाेने की संभावना जताई जा रही है। रसाेई पर पड़ी इस महंगाई की मार से निम्न और मध्यमवर्गीय परिवारों के खाने का स्वाद बिगड़ गया है।
अन्य सब्जियों के साथ-साथ स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर और हरे धनियां के भाव में भी काफी उछाल आया है। हालांकि प्याज, करेला अपेक्षाकृत सस्ते हैं। अभी आलू काे छाेड़कर काेई भी सब्जी बाजार में ऐसी नहीं है जिसका खुदरा भाव 40 रुपए प्रति किलाे से कम हाे। सब्जी के खुदरा विक्रेता शाहरुख व आसिफ सब्जीफरोश ने बताया कि सब्जियां महंगी होने से अब ग्राहकी में भी 20 से 30 प्रतिशत की कमी आई है।