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दाे साल से अटकी सेना भर्ती रैली शुरू कराने काे लेकर शुक्रवार काे युवाओं ने रक्षामंत्री राजनाथसिंह से मुलाकात की। रक्षा मंत्री ने सेना भर्ती को लेकर जल्दी निर्णय लेने का आश्वासन दिया। कोविड के कारण दो साल से सेना भर्ती नहीं हो रही है। दैनिक भास्कर ने यह मामला प्रमुख उठाते हुए बताया था कि इससे सीकर-झुंझुनूं के सवा लाख युवा ओवरएज हो गए हैं। राजस्थान में ऐसे युवाओं की संख्या काफी ज्यादा है।
इसके बाद नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पहल की और शुक्रवार को युवाओं के प्रतिनिधिमंडल की रक्षामंत्री से मुलाकात करवाई। प्रतिनिधिमंडल में राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा और मध्यप्रदेश के युवा शामिल रहे। युवाओं ने रक्षा मंत्री काे बताया कि दाे साल से सेना भर्ती रैली नहीं होने से वर्षाें से तैयारी कर रहे सेना में कॅरिअर बनाने के सपना देखने वाले युवाओं की मुश्किल बढ़ गई है।
युवा ओवरएज हाे रहे हैं। उनका सेना में भर्ती हाेने का सपना टूट रहा है, जिससे युवाओं में निराशा व आक्रोश है।
इस दाैरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने रक्षा मंत्री को अवगत कराया कि 2020-21 में 97 सेना भर्ती रैलियां हुई। इनमें से चार की ही एग्जाम हाे पाई है। 2021-22 में महज चार रैली हुई, लेकिन एक भी एग्जाम नहीं हुई। लगातार भर्ती रैलियां अटकने से युवा ओवरएज हाे गए। लिहाजा भर्ती रैली करवाकर युवाओं काे आयु में शिथिलता दी जाए।
बेनीवाल ने वायुसेना व नौसेना भर्ती से जुड़ी मांग से भी रक्षामंत्री काे अवगत कराया। सेना में धर्मगुरु पद पर शास्त्री डिग्री धारकों को परीक्षा से वंचित किए जाने के मामला भी रक्षामंत्री के सामने रखा। ऐसे युवाओं काे भी परीक्षा में शामिल करने की मांग रखी। रक्षामंत्री राजनाथसिंह ने जल्द सकारात्मक फैसला लिए जाने का अाश्वासन दिया।