reporttimes
पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय के स्वयंपाठी विद्यार्थियाें से विकास शुल्क के नाम पर अवैध वसूली नहीं करने के निर्देशाें की चार दिन बाद भी पालना नहीं हाे रही है। इसमें निजी सहित सरकारी काॅलेज भी विश्वविद्यालय के निर्देश मानने काे तैयार नहीं हैं। इधर, आरआर माेरारका काॅलेज में साेमवार काे परीक्षा फार्म जमा कराने वाले प्राइवेट विद्यार्थियाें से 100-100 रुपए विकास शुल्क की वसूली किए जाने का मामला सामने आया है।
जानकारी सामने आने के बाद विश्वविद्यालय के निर्देशाें काे लेकर आरआर माेरारका काॅलेज प्राचार्य से बात की ताे उनका कहना थ कि शेखावाटी यूनिवर्सिटी खुद ही संशाेधन के नाम पर अवैध वसूली कर रही है। मामले के अनुसार शेखावाटी विश्वविद्यालय ने 7 अप्रैल काे अधीनस्थ व संबद्धता वाले निजी और सरकारी काॅलेजाें के परीक्षा आवेदन संग्रहण केंद्रों काे निर्देश जारी कर विद्यार्थियों से विकास शुल्क नहीं लेने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशाें में साफ कहा गया था कि जिन विद्यार्थियाें से विकास शुल्क के नाम पर राशि वसूली गई है उन्नहें मांगने पर राशि लाैटाई जाए। ये भी कहा था कि अवैध वसूली की शिकायत मिली ताे विश्वविद्यालय संग्रहण केंद्र पर कार्रवाई करेगा।
सरकारी काॅलेजाें की विकास समितियों में जनप्रतिनिधि, एमपी, एमएलए सदस्य हाेते हैं। यदि उनकी माैजूदगी में विकास शुल्क का प्रस्ताव लिया हुआ है ताे उसमें विश्वविद्यालय कुछ नहीं कर सकता है। 11 अप्रैल काे 9 तारीख की रसीद जारी करना गलत है। इसकी पैरा ऑडिट होगी। – डाॅ. रवींद्र कटेवा, डिप्टी रजिस्ट्रार शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर
100 रुपए की रसीद काट तारीख 9 अप्रैल की लिख रहे
शेखावाटी विश्वविद्यालय के निर्देश के बाद माेरारका काॅलेज में फार्म जमा कराने पहुंचे प्राइवेट परीक्षार्थियाें से 100 रुपए विकास शुल्क वसूला गया ताे उन्हाेंने इसका विराेध जताया। लेकिन काॅलेज प्रशासन नहीं माना। विकास शुल्क की 100 रुपए की रसीद दी जा रही थी। रसीद पर 11 अप्रैल की जगह 9 अप्रैल की तारीख लिखी जा रही थी। माेरारका पीजी काॅलेज प्राचार्य डाॅ. पीके धायल का कहना है कि स्वयंपाठी विद्यार्थियाें से 100 रुपए विकास शुल्क ले रहे हैं। इसके लिए काॅलेज की विकास समिति में प्रस्ताव लिया हुआ है।