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चेयरमैन ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल और उत्तराधिकारी सज्जाद नशीन, दरगाह शरीफ अजमेर नसीरुद्दीन चिश्ती झुंझुनूं आए। उन्होंने कहा- देश में अमन चैन और गंगा जमुनी तहजीब कायम रखने के लिए संतों और सूफियों को आगे आना होगा। वर्तमान में गलत ताकतें देश की गंगा जमुनी तहजीब को बिगाड़ रही हैं। उन्होंने कहा- ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल ने सूफी मुहिम जरिए पूरे देश में अमन चैन का संदेश देने के लिए अभियान चला रखा है।
नसीरुद्दीन चिश्ती झुंझुनूं डॉ. सलाउद्दीन चोपदार ट्रस्ट की ओर से आयोजित ईद मिलन समारोह में शामिल होने के लिए झुंझुनूं आए थे। झुंझुनूं पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि झुंझुनूं की गंगा जमुनी तहजीब है, पूरे देश के लिए मिसाल है। उन्होंने कहा कि झुंझुनूं कमरुद्दीन शाह की दरगाह और चंचल नाथ जी के टीले के जो सम्बन्ध है, वे पूरे देश के लिए मिसाल है। दीपावली पर दरगाह रोशन होती है तो रोजों में चंचल नाथ जी के मठ में रोजा इफ्तार की दावत होती है।
शांति और सहिष्णुता ऐसे शब्द हैं जो इस्लाम के ताने-बाने को सजाते हैं, एक सच्चा इस्लामी व्यक्ति हमेशा इन शब्दों का पालन करेगा। फिलहाल देश का माहौल खराब हो रहा है। ऐसी ताकतों को रोकना होगा। ऐसे गलत लोग दोनों ही समाजों में मौजूद है, उनका बहिष्कार करना होगा। इसके लिए संतों और सूफी संतों को आगे आना होगा। संतों और सूफियों के साथ दोनों समाज के आम लोगों को भी भागीदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जोधपुर की घटना बहुत बुरी है, एक शांति अमन वाले राज्य में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। ये इस देश की सबसे बड़ी ताकत गंगा जमुनी तहजीब को धक्का लगा रही है।