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मेडिकल काॅलेज के शिलान्यास काे लेकर संशय खत्म हाेने का नाम नहीं ले रहा है। कार्यकारी एजेंसी बदलने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया काे लेकर भी उलझन बढ़ रही है। पहले नए सिरे से हुए टेंडराें काे 2 मई से 10 मई तक बढ़ाया था। अब 11 मई काे इन टेंडराें काे खाेले जाने की संभावना है। इसके बाद ही काॅलेज के शिलान्यास काे लेकर काेई फैसला हाे सकता है। दूसरी ओर इस मामले काे लेकर युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा से बात कर जल्द शिलान्यास कराने की मांग की।
प्रदेश के चार नए खुलने वाले मेडिकल काॅलेजाें के भवन निर्माण में हाे रही देरी काे लेकर सरकार ने कार्यकारी एजेंसी एचएससीसी के प्राेजेक्ट से हटने के बाद आरएसआरडीसी काे कार्यकारी एजेंसी नियुक्त करते हुए नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद आरएसआरडीसी ने इसके लिए टेंडर मांगे। टेंडर आने के बाद 2 मई काे टेक्निकल और फाइनेंशियल बिड़ खाेली जानी थी। लेकिन इसे बढा दिया गया। पीएमओ डाॅ. वीडी बाजिया ने बताया कि मेडिकल काॅलेज के लिए अब 11 मई काे टेंडर खाेले जाएगे।
टेंडर काे लेकर 14 बैठक हुई, नाै बार निगाेशियेशन, नतीजा शून्य
झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर बनने वाले मेडिकल काॅलेज में लगातार देरी हाेती जा रही है। पहले स्थानीय जनप्रतिनिधियाें की आपसी खींचतान के कारण से देरी हुई और उसके बाद टेंडर प्रक्रिया काे लेकर मामला फंस गया था। अब तक 14 बार टेंडर प्रक्रिया पूरी करने की कवायद हाे चुकी है। लेकिन हर बार सहमति नहीं बनने से बात नहीं बन सकी। एचएससीसी द्वारा कराई गई टेंडर प्रक्रिया में रेट टेंडर की तय वैल्यू से 9 फीसदी ज्यादा रेट आने के कारण इसका समाधान नहीं हाे पाया।
इसके बाद निगाेशियेशन के लिए कई बार बैठक हुई। लेकिन नियमाें में नहीं आने के कारण से पूरी टेंडर प्रक्रिया काे ही निरस्त कर दिया गया। इसके बाद सरकार ने आरएसआरडीसी काे कार्यकारी एजेंसी बनाते हुए नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद आरएसआरडीसी ने टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी। इसमें टेंडर की ऑनलाइन आवेदन 10 मई तक हाे रहे है। इसके बाद 11 मई से ऑनलाइन टेंडर खोले जाएंगे।
एचएससीसी से प्राेजेक्ट रिपाेर्ट और नक्शे नहीं मिले, छह महीने की हाेगी देरी
जिले के मेडिकल काॅलेज के बनाई गई प्राेजेक्ट रिपाेर्ट और नक्शाें काे लेकर भी संशय पैदा हाे गया है। इसमें एचएससीसी कंपनी द्वारा 2020 से प्राेजेक्ट रिपाेर्ट, डीपीआर और बिल्डिंग के नक्शे व अटैच हाेने वाले अस्पताल काे लेकर पूरा प्राेजेक्ट तैयार किया जा चुका था। अब कार्यकारी एजेंसी बदलने के बाद आरएसआरडीसी के लिए इन्हे हासिल करना बड़ी चुनाैती हाेगा।
आरएसआरडीसी काे नए सिरे से प्राेजेक्ट रिपाेर्ट बनानी पड़ी ताे मेडिकल काॅलेज के शिलान्यास में छह महीने तक की देरी हाे सकती है। सूत्राें ने बताया कि प्राेजेक्ट रिपाेर्ट और डीपीआर काे लेकर दाेनाे कंपनियाें की बात चल रही है। जल्द ही इसका समाधान हाे सकता है।
चिकित्सा मंत्री से टेंडर व शिलान्यास कराने की मांग
मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास को लेकर ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन यूनाइटेड के अध्यक्ष भरत बेनीवाल के नेतृत्व में युवाओं के प्रतिनिधिमंडल ने चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा से मिले। जिन्होंने टेंडर प्रक्रिया जल्द कराने काे लेकर आश्वासन दिया है। इसमें एक महीने में टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी सात कॉलेजों का शिलान्यास कराने की बात कही।