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पुलिस थाने में ग्राम पंचायत सारी के सरपंच उम्मेदसिंह, भाई सुभाष और एक अन्य मनोज के खिलाफ गांव की ही पूजा पत्नी सत्यवीर मेघवाल ने हरिजन उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया है। रविवार शाम दर्ज हुई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि उक्त महिला के घर की ओर आने वाले रास्ते को सरपंच व उसके साथी दीवार बनवाकर बंद करवा रहे थे। विरोध करने पर उन्होंने मारपीट की, अभद्र व्यवहार किया और जातिसूचक गालियां निकाली।
उधर सारी सरपंच के खिलाफ दर्ज मुकदमे को झूठा बताते हुए सरपंच संघ की जिला एवं चिड़ावा इकाई के पदाधिकारियों ने सोमवार को झुंझुनूं जाकर कलेक्टर लक्ष्मणसिंह कुड़ी और एसपी प्रदीप मोहन शर्मा से मुलाकात की। संघ के अध्यक्ष संजय नेहरा की अगुवाई में कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन दिया गया।
इस दौरान संघ के जिला सचिव संजय सैनी, चिड़ावा सरपंच संघ अध्यक्ष एडवोकेट विनोद डांगी, अमरसिंह नूनिया गोठड़ा, महावीरसिंह खुडाना, उम्मेद बराला सारी, सुमन ओला छावसरी, चरणसिंह चनाना, घीसाराम सुलताना, दीपेश मीणा किशोरपुरा, सरपंच प्रतिनिधि जंगशेर गिडानीया, सज्जन पूनीया, रविराज केड, सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। सभी ने कहा कि इस तरह मुकदमे दर्ज कराए जाएंगे तो गांवों में विकास कार्य ही नहीं हो सकेंगे।
मांग : घटना के वीडियो दिखाकर निष्पक्ष जांच की मांग की
सरपंच संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्टर-एसपी को बताया कि सारी में सामुदायिक भवन की निर्माणाधीन चारदीवारी को संबंधित पक्ष ने स्वयं ही तोड़कर दबाव बनाने के लिए थाने में एससीएसटी की रिपोर्ट दे दी। उन्होंने जिला कलेक्टर-एसपी को घटना से संबंधित वीडियो दिखाकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने और सरपंच बराला द्वारा दर्ज करवाए गए मामले में आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की।
सरपंचों ने राजकीय कार्य करवा रहे सरपंचों के खिलाफ आने वाली रिपोर्ट को जांच के बाद ही दर्ज करने की मांग रखी। उन्होंने स्पष्ट किया कि झूठी रिपोर्ट दर्ज होने से सरपंचों को बेवजह पुलिस थानों- कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे।