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जयपुर – अब तो नवजात शिशु भी सुरक्षित नहीं हैं वो भी SMS जेसी बड़ी अस्पताल में ..एसएमएस अस्पताल के बांगड़ गेट से अपहृत हुए चार माह के दिव्यांश उर्फ लक्की योगी का गुरुवार रात तक सुराग नहीं लग सका। पुलिस दो युवकों को पकड़कर संदिग्ध व बच्चे के संबंध में पूछताछ कर रही है। डीसीपी ईस्ट राजीव पचार ने बताया कि 100 से अधिक पुलिसकर्मी बच्चे की तलाश में लगाए हैं। क्राइम ब्रांच, डीएसटी, स्पेशल के जवान और चार थानों की पुलिस को अलग-अलग जानकारी जुटाने का काम सौंपा गया है। वहीं बच्चे और अपहरण करने वाले युवक की तलाश में पुलिस टीम टोंक, मालपुरा और पीड़ित के गांव गई है। पुलिस ने बताया कि बच्चे का परिवार गरीब है, इसलिए संभवत: उसका अपहरण फिरौती के लिए नहीं किया गया।
आशंका है कि किसी दम्पती को बच्चा नहीं है और बेटे की चाहत में अपहरण कराया हो। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। पुलिस एसएमएस अस्पताल क्षेत्र में पिछले दो दिन की मोबाइल कॉल डिटेल की जानकारी भी जुटा रही है। इसके अलावार अस्पताल में आने-जाने वाले सभी रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है। गौरतलब है कि दौसा के सैंथल में चांदराना निवासी अंकुर योगी के चार माह के बेटे दिव्यांश का बुधवार शाम को बांगड़ के गेट के बाहर से अपहरण कर लिया गया। अंकुर अपने बड़े बेटे चार वर्षीय आयुष के इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल में आया हुआ है। अंकुर ने बताया कि उनका बच्चा किस हालात में होगा, पता ही नहीं। बच्चे की मां और दादी का रो-रोकर बुरा हाल है।