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शिवाजी पार्क में होने वाले दशहरा मेला को लेकर उद्धव और शिंदे गुट पर बीएमसी अभी तक कंफर्म नहीं हो पाया है। खबर है कि दोनों ओर से आए आवेदन पर बीएमसी असमंजस में है और फैसला नहीं ले पा रहा है। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में बैठक बुलाई और दशहरा रैली के लिए भीड़ इकट्ठा करने के लिए कहा है। इस बीच केंद्रीय मंत्री और शिवसेना के पूर्व नेता नारायण राणे ने उद्धव पर हमला बोला। कहा कि हम चले गए तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना को मैदान भी नहीं मिल रहा। असली शिवसेना शिंदे की है। आने वाले दिनों में धनुष बाण भी उन्हें ही मिलेगा।
दशहरा रैली को लेकर जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहे हैं। मुंबई में बयानों का घमासान तेज हो गया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे लगातार कह रहे हैं कि हर साल की तरह शिवसेना ही शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन करेगी। दूसरी ओर शिंदे गुट की तरफ से भी बीएमसी के पास दशहरा रैली के लिए आवेदन आया है। शिंदे गुट खुद को असली शिवसैनिक कहकर शिवाजी पार्क पर दशहरा रैली कराने का दावा ठोक रहा है। बीएमसी ने अभी तक इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया है। आगामी 5 अक्टूबर को विजयदशमी के दिन दशहरा रैली के आयोजन पर अभी भी असमंजस बरकरार है। दोनों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।
बागियों पर बरसे, भीड़ इकट्ठा करने को भी कहा
मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि उद्धव ठाकरे ने मातोश्री पर नेताओं की बैठक बुलाई। इस बैठक में उद्धव ने साफ किया कि उनकी शिवसेना ही शिवाजी पार्क पर दशहरा रैली का आयोजन करेगी। उन्होंने शिंदे गुट को ठग कहकर बुलाया और कहा कि जिन्होंने शिवसेना से बगावत की वो ठग हैं। बैठक में उद्धव ने नेताओं से दशहरा रैली के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को बुलाने और भीड़ इकट्ठा करने को कहा है।
हम चले गए शिवसेना को मैदान भी नहीं मिल रहा
इस बीच शनिवार को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात की और कहा, “जिन्हें मुंबई में मैदान (दशहरा के लिए) नहीं मिल रहा वे शिवसेना का नाम ले रहे हैं। हम चले गए तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना को मैदान भी नहीं मिल रहा। असली शिवसेना (एकनाथ) शिंदे की है। आने वाले दिनों में उन्हें ही मैदान भी मिलेगा और धनुष बाण भी मिलेगा।”