Report Times
latestOtherउत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़ताजा खबरेंराजनीतिस्पेशल

क्या सपा और रालोद के गठबंधन में पड़ रही है दरार ?

REPORT TIMES

Advertisement

सियासी हलकों में इस बात की चर्चा जोरो पर है कि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रिय लोक दल के गठबंधन की गाँठ खुलने लगी है।  हाल फिलहाल घटी कुछ घटनाए भी ऐसी ही परिस्थियों की और इशारा कर रही है। इस विवाद की शुरुआत तकरीबन 20 दिन पहले हुई थी जब रालोद के प्रदेश अध्यक्ष  रामाशीष राय ने बागपत में ऐलान किया था की पार्टी निकाय चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगी। अब क्योंकि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रिय लोक दल का आपस में गठबंधन है तो ये बात किसी को हज़म नहीं हुई और यही से सियासी माहौल गरमा गया। हालांकि अगले ही दिन रालोद ने इस विषय पर अपनी सफाई देते हुए कहा की यह रामाशीष राय की अपनी व्यक्तिगत राय है, पार्टी का इससे कुछ लेना देना नहीं है। रालोद का कहना था की चुनाव के लिए एक समिति का गठन किया गया है जो अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौपेगा और उसी के आधार पर यह तय किया जाएगा की चुनाव किस प्रकार लड़ा जाएगा। साथ ही साथ रालोद ने यह भी कहा की समाजवादी पार्टी के साथ उनका गठबंधन बहुत मजबूत है।

Advertisement

Advertisement

अभी ये विवाद ठंडा भी नहीं हुआ था की सोमवार को दोनों दलों की रहे एक बार फिर से जुदा  नज़र आयी। जहाँ समाजवादी पार्टी ने पहले ही इस बात का ऐलान कर दिया था की उनके विधायक और कार्यकर्त्ता कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए विधानभवन जाएंगे।  वहीँ रालोद ने भी इस बात का का ऐलान किया था की उनके विधायक विधानभवन में मौजूद चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करेंगे।

Advertisement

अपनी घोसणा के अनुसार सपाइयों ने पैदल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया और जब उनको रास्ते में रोक लिया गया तो उन्होंने वहीँ सड़क पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और विधानसभा लगाते हुए दिवंगत विधायक अरविन्द गिरी के लिए शोकसभा करी। थोड़ी देर बाद सदन का बहिष्कार करने की बात कर उन्होंने धरना प्रदर्शन ख़तम कर दिया।  इस पूरे घटनाक्रम के दौरान रालोद विधायकों की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही क्योंकि सभी की यह धारणा थी की सपा और रालोद मिलकर प्रदर्शन करेंगे। रालोद विधायकों का प्रदर्शन में शामिल न होना इसलिए भी अजीब लगा क्योंकि कल 8 में से 7 रालोद विधायक लखनऊ में ही मौजूद थे।

Advertisement

उधर रालोद विधायकों ने सीधे चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर प्रदर्शन किया और उसके बाद सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया। उनके प्रदर्शन में सपा विधायक नहीं पहुंचे। इससे ही इस बात की चर्चा शुरू हो गयी है की दोनों दलों की राहे जुड़ा हो गयी हैं और गठबंधन की गाँठ खुलने लगी है।

Advertisement
Advertisement

Related posts

AAP के रोडशो में मोदी के पक्ष में नारे लगे, केजरीवाल बोले- आप इन लोगों का एक दिन दिल जीतेगी

Report Times

धर्म संप्रदाय और नाम बदल कर कॉलेज गर्ल को फंसाया, अश्लील वीडियो बना कर रहा ब्लैकमेल

Report Times

एबीवीपी के जिलास्तरीय सम्मेलन के पोस्टर का विमोचन : 21 फरवरी को होना है सम्मेलन

Report Times

Leave a Comment