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राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी डाॅ. रविंद्र गोस्वामी इन दिनों लोगों की दिल से मदद करने को लेकर सुर्खियों में है। बूंदी जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने पिछले दिनों पीड़ित महिला के प्रति मानवता दिखाते हुए रक्तदान कर एक महिला की जान बचाई। ब्लड डोनेशन करने वाला जिला कलेक्टर जब अस्पताल पहुंचे तो डाॅक्टर्स हैरान रह गए। जिला कलेक्टर ने एक यूनिट रक्त खुद दान किया, बल्कि पीड़िता के लिए चार यूनिट और ब्लड की व्यवस्था करवाई। बता दें रविंद्र गोस्वामी की बतौर जिला कलेक्टर बूंदी में पहली पोस्टिंग है।
कोरोना काल में दिल खोलकर की थी मदद
रविंद्र गोस्वामी 2016 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी है। रविंद्र गोस्वामी जयपुर के जोबनेर के रहने वाले हैं। उन्हें प्रोबेशन पीरियड में पहली पोस्टिंग एसडीएम माउंट आबू में थी। इसके बाद रविंद्र गोस्वामी को राज्य के कार्मिक विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर पोस्टिंग मिली। कार्मिक विभाग के संयुक्त सचिव रहते हुए रविंद्र गोस्वामी ने कर्मचारियों और आमजन से जुड़ी फाइलों को तेजी से निस्तारण किया। कर्मचारियों की डीपीसी का मामला हो या फिर लंबित केस रविंद्र गोस्वामी ने प्रमुखता से अपनी जिम्मेदार निभाई। मिलनसार के व्यक्तित्व के धनी रविंद्र गोस्वामी से समस्या का तुरंत समाधान करने के लिए जाते हैं। कोरोना काल में सीएम गहलोत ने रविंद्र गोस्वामी पर भरोसा जताते हुए अहम जिम्मेदारी थी। कोरोना काल में रविंद्र गोस्वामी ने जीवन रक्षक दवाओं की तुरंत व्यवस्था कर मरीजों को बड़ी राहत प्रदान की थी।
ब्लड बैंंक में नहीं था ब्लड
मामले के मुताबिक बूंदी जिले के नैनवा के बाक्या गांव निवासी अंजली मीना को पिछले दिनों प्रसव पीड़ा होने के कारण परिजनों ने उसे जिला मातृ एवं शिशु अस्पताल में भर्ती करवाया था। वहां चिकित्सकों ने एनीमिया से पीड़ित अंजली मीना के लिए पांच यूनिट रक्त की आवश्यकता जताई। ब्लड बैंक में ब्लड की कमी के चलते व्यवस्था नहीं हो पाई को कलेक्टर खुद खून देने के लिए अस्पताल पहुंच गए और महिला की जान बचाई। बता दें रविंद्र गोस्वामी भी पेशे से चिकित्सक रहे हैं।