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जोधपुर के शेरगढ़ के भूंगरा गांव में 8 दिसंबर को शादी के दौरान सिलेंडर ब्लास्ट त्रासदी के बाद मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए नेताआों का जमावड़ा लगा हुआ है. इसी कड़ी में मंगलवार को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भूंगरा गांव पहुंचकर गैस त्रासदी में हुए मृतकों के परिवारों से मुलाकात की. राजे ने गांव पहुंचते ही घर देखा और हादसे के पीड़ित परिवारों को गोद लेने का ऐलान किया. वहीं राजे ने कहा कि वह त्रासदी से प्रभावित लोगों के भोजन, घर और बच्चों की शिक्षा व सामाजिक ज़िम्मेदारी भी उठाएंगी. वहीं राजे ने एक 5 सदस्यों वाली कमेटी का भी गठन किया है जो पूरी त्रासदी में हुए नुकसान को लेकर 10 दिन में पूर्व मुख्यमंत्री को रिपोर्ट देगी और इसके बाद पूरे गांव का फिर से जीर्णोद्धार किया जाएगा. इसके अलावा राजे ने पीड़ितों से वादा किया कि वह इस पूरे घटनाक्रम पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह से बात करेंगी. वहीं शोक सभा में परिवारजनों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि मैं इस दुख की घड़ी में पूरे परिवारों के साथ हूं. मालूम हो कि इससे पहले राज्य सरकार की ओर से भूंगरा त्रासदी मामले में मुख्यमंत्री सहायता कोष की राशि दो लाख रुपए से बढ़ा कर पांच लाख रुपए कर दी गई है.
वसुंधरा राजे का संवेदनशील कदम
बता दें कि गैस त्रासदी में अब तक 35 लोगों की मौत हो गई है और एक साथ कितने ही परिवार उजड़ गए हैं. राजे ने जानकारी दी कि उन्होंने एक 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है जिसमें पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़, पूर्व जिला अध्यक्ष भोपाल सिंह बड़ला, बीजेपी नेता अर्जुन सिंह जी उचियारड़ा और भगवान सिंह तेना को शामिल किया गया है जो पूरी त्रासदी में हुए नुकसान को लेकर 10 दिन में पूर्व मुख्यमंत्री को रिपोर्ट देंगे और इसके बाद पूरे गांव का जीर्णोद्धार करने के लिए कदम उठाया जाएगा.
वहीं राजे ने पीड़ित सगत सिंह के मकान का निर्माण समेत अन्य जो भी आवश्यकताएं होगी उसके लिए आश्वाशन दिया है और सभी परिवारों के भोजन की व्यवस्था करने का भी ऐलान किया. मालूम हो कि भूंगरा गांव में सगत सिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह की बारात रवाना होने वाली थी कि घर के अंदर रखे दो गैस सिलेंडर फट गए जिसके बाद दूल्हे के आसपास खड़े परिवार के लोग उसकी चपेट में आ गए जिनमें सर्वाधिक महिलाएं थी. इस हादसे में महात्मा गांधी अस्पताल में 55 लोगों को इलाज के लिए ले जाया गया जिनमें से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 5 लोगों को छुट्टी मिल गई है. इसके अलावा 15 लोगों का अभी इलाज चल रहा है.
पायलट भी पीड़ित परिवार से मिले
इधर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मंगलवार सुबह जोधपुर पहुंचे और भूंगरा गांव पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. पायलट ने इस दौरान कहा कि भूंगरा हादसा बहुत बड़ी त्रासदी है और हम लोगों को जितनी हो सके उनकी मदद करनी चाहिए. वहीं पायलट ने ब्लास्ट के पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद आर्थिक सहायता पैकेज की राशि बढ़ाने की मांग उठाई.