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उत्तर प्रदेश के नोएडा में अब पुरानी गाड़ी चलाने वाले सतर्क हो जाए. दरअसल ऐसी गाड़ियों को लेकर अब परिवहन विभाग सख्ती करने जा रहा है. 1 फरवरी से परिवहन विभाग 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियां और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू होने जा रही है. एक फरवरी से अगर ऐसी गाड़ियां सड़क पर चलते हुए दिखाई दी तो परिवहन विभाग के द्वारा उन्हें तत्काल जब्त कर लिया जाएगा. इसके लिए विभाग की ओर छह टीमों का गठन किया गया है. नोएडा के आरटीओ ऑफिस ने 1 लाख 19 हजार से अधिक पेट्रोल और डीजल कारों को नोटिस भेजा है, जिनका पंजीकरण पिछले साल रद्द कर दिया गया था. इन कारों में 23 कारें शामिल हैं जो डीएम कार्यालय, पुलिस आयुक्तालय, जिला अदालत, व्यापार कर आयुक्त, परिवार कल्याण विभाग और निगरानी चिकित्सा अधिकारी की है.
इस नंबर की गाड़ियां की जाएंगी जब्त
केंद्र सरकार ने पुराने वाहनों को डिस्पोज करने के लिए स्क्रैपेज पॉलिसी जारी की थी. जनता द्वारा सरकार की नीति के प्रति उदासीन प्रतिक्रिया दिखाने के बाद नोटिस भेजे गए थे. UP16 Z नंबर से शुरू होने वाली कारें 15 साल से ज्यादा पुरानी हैं. उन्हें निशाना बनाया जाएगा. आपको बता दें कि एनजीटी के आदेश के बाद गौतमबुद्ध नगर में परिवहन विभाग ने 15 साल पुरानी 1 लाख 19 हजार गाड़ियों का पंजीकरण निरस्त किया है. नोएडा में अब ऐसी गाड़ियां दिखने पर इनको जब्त करने का विशेष अभियान शुरू हो जाएगा. परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि 15 साल से ज्यादा पुरानी सभी गाड़ियों को नोटिस 2 माह पहले ही जारी किया जा चुका है. ऐसे वाहन मालिकों को स्क्रैप पॉलिसी के तहत छूट या परिवहन विभाग की तरफ से एनओसी लेकर दूसरे जिले में वाहन ले जाने की छूट है. ऐसे वाहन स्वामी की तरफ से स्क्रैप पॉलिसी वा एनओसी को लेकर अपेक्षा के अनुरूप दिलचस्पी ना दिखाए जाने के कारण ही विशेष अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है.