REPORT TIMES
पाकिस्तान के पेशावर में पुलिस लाइन में स्थित एक मस्जिद में फिदायीन हमला हुआ है. बताया जा रहा है कि मस्जिद में जैसे ही नमाज शुरू हुई इसी वक्त फियादीन ने खुद को बम से उड़ा लिया. इस हमले में अभी तक 32 लोगों की मौत हो गई है वहीं 147 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. घायलों में 25 पुलिस के जवान भी शामिल हैं. पुलिस के अधिकारियों ने कहा है कि प्राथमिक जांच के अनुसार यह सामने आया है कि मस्जिद में एक आत्मघाती हमला हुआ है. फिदायीन ने खुद को उस वक्त बम से उड़ाया जब नमाज की जा रही थी. पाकिस्तान के सीनियर जर्नलिस्ट ने ट्वीटर पर बताया है कि इस खौफनाक हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में तालिबान समर्थित संगठन टीटीपी यानी तहरीक ए तालिबान ए पाकिस्तान ने ली है. मस्जिद के अंदर यह बम का धमाका दोपहर करीब 1.40 बजे हुआ है. इसी दौरान जुहर की नमाज पढ़ी जा रही थी, जब यह धमाका हुआ तो मस्जिद की छत गिर गई. यह ब्लास्ट उस मस्जिद में हुआ है जहां पर नमाज के लिए कई लोग इकट्ठा होते हैं. पुलिस अधिकारी सिकंदर खान ने कहा कि ब्लास्ट की वजह से मस्जिद की छत का एक टुकड़ा भी नीचे गिर गया है. इसमें कई लोगों के फंसे होने की आशंका है.
खून से लथपथ दिखे लोग
ब्लास्ट के बाद कई स्थानीय लोग मस्जिद पर इकट्ठा हो गए और घायलों और फंसे लोगो की मदद करने लगे. लोगों ने घायलों को उठाया और हॉस्पिटल पहुंचाया है. इस दौरान मौके पर पुलिस और पहुंची और घायलों को लेडी रीडिंग हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. पुलिस अधिकारियों ने इलाके की तुरंत घेराबंदी की है. घटना की कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं जिसमें हमले में घायल लोग खून से लथपथ दिखाई दे रहे हैं.
मेडिकल इमरजेंसी घोषित की
खैबर पख्तूनखा हेल्थ डिपार्टमेंट ने भीषण ब्लास्ट के बाद पेशावर में मेडिकल इमरजेंसी की घोषणा की है. हॉस्पिटल को निर्देष जारी किया गया है, ‘पेशावर में मौजूद सभी डॉक्टर्स और सपोर्टिंग स्टाफ को आदेश दिया जाता है कि वह सभी रेड अलर्ट पर रहें और इमरजेंसी में घायलों का इलाज करें. यह आदेश अगले आदेश तक लागू है.’
पीएम ने की निंदा
वहीं इस पूरे मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा की है. इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्लास्ट मस्जिद के अंदर हुआ है इसका सीधा मतलब है कि जिन लोगों ने यह किया है उनका इस्लाम से कुछ लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा, ‘आतंकी पाकिस्तान की रक्षा का फर्ज निभाने वालों को निशाना बनाकर डर पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.’ उन्होंने देश की जनता को यह भरोसा दिलाया कि जो लोग इसमें शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
आतंकवाद से लड़ना होगा
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने ट्वीट मे लिखा, ‘पुलिस लाइन्स मस्जिद में आतंकी हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं. मेरी दुआएं और सांत्वना पीड़िता परिवार के साथ हैं. यह जरूरी है कि हम अपनी खुफिया जानकारी जुटाने में सुधार करें और आतंकवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए अपने पुलिस बलों को उचित रूप से तैयार करें.’
शिया मस्जिद में ब्लास्ट में मारे गए थे 57 लोग
हालांकि, पेशावर की मस्जिद में धमाके की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले मार्च 2022 में एक शिया मस्जिद में बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें कम से कम 57 लोग मारे गए थे. इस हमले में कम से कम 200 लोग घायल भी हुए थे. यह धमाका जुमे की नमाज के दौरान हुआ था, जब बड़ी संख्या में लोग पवित्र दिन के मौके पर नमाज के लिए इकट्ठा हुए थे. पेशावर में किस्सा ख्वानी बाजार स्थित जामिया मस्जिद के नाम से मशहूर शिया मस्जिद में यह धमाका हुआ था.