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राजे जन्मदिन पर देंगी आलाकमान को संदेश या दो टूक जवाब! खत्म होगी CM फेस की लड़ाई?

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जयपुर: राजस्थान में चुनावी बिगुल बजने के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस के नेता अपनी सियासी जमीन टटोलने में लग गए हैं. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी चुनावी मोड में आ चुकी है जहां 4 मार्च को वह अपना जन्मदिवस मनाने जा रही है. राजे के जन्मदिन को लेकर सियासी गलियारों में काफी हलचल मची हुई है और बीजेपी खेमे की गुटबाजी खुलकर एक बार फिर सामने आ गई है. जानकारी के मुताबिक राजे अपना जन्मदिन चूरू के सालासर बालाजी धाम पर धूमधाम से मनाएगी जहां एक बड़ा कार्यक्रम भी रखा गया है. बताया जा रहा है कि राजे जन्मदिन के बहाने अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन करने के साथ ही विरोधियों के गढ़ से 2023 के लिए हुंकार भर रही है. वहीं बीजेपी में लंबे समय से चल रही आपस की खींचतान और नेताओं के बीच अंदरूनी संघर्ष को देखते हुए राजे के जन्मदिन कार्यक्रम पर हर किसी की नजरें टिकी हैं. इधर राजे के जन्मदिन को लेकर उनके वफादार माने जाने वाले विधायक भीड़ जुटाने में लगे हुए हैं. बता दें कि राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री का जन्मदिन चर्चा में है जहां वह होली की वजह से 8 मार्च के बजाए 4 मार्च को अपना जन्मदिन मना रही है. मालूम हो कि राजे हर साल अपना जन्मदिन किसी धार्मिक स्थल पर ही मनाती है. इधर राजे समर्थक वसुंधरा के जन्मदिन को महोत्सव के रूप में प्रचारित कर रहे हैं और दावा किया जा रहा है कि जन्मदिन महोत्सव में एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाई जाएगी. वहीं माना जा रहा है कि जन्मदिन के कार्यक्रम के बहाने वसुंधरा का यह अब तक का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा.

कौन संभाल रहा है तैयारियां

बता दें कि राजे के जन्मदिन को खास बनाने के लिए बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ, युनूस खान, राजपाल सिंह शेखावत, प्रताप सिंह सिंघवी सहित कई नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है जो लगातार अपने-अपने क्षेत्र में बैठकें कर वसुंधरा समर्थकों को एकजुट कर सालासर आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम को लेकर सबसे ज्यादा फोकस सीकर, चुरू, नागौर, झुंझुनूं जिलों पर है. वहीं राजे के कार्यक्रम के मुताबिक सालासर बालाजी मंदिर में राजे पहले पूजा-अर्चना करेंगी और इसके बाद वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगी.

दिल्ली दरबार को सीधा देंगी मैसेज !

दरअसल चुनावी साल में इस तरह के बड़े आयोजन के पीछे कई मायने निकाले जा रहे हैं. वसुंधरा समर्थकों का कहना है कि राजे ही राज्य में सीएम फेस हैं और वह इस आयोजन के जरिए अपनी ताकत दिखाएंगी. बता दें कि सूबे में पिछले काफी समय से बीजेपी आलाकमान की ओर से यह संदेश दिया जा रहा है कि चुनाव सामूहिक तौर पर लड़ा जाएगा. ऐसे में राजे इस मौके पर दिल्ली में लीडरशिप को यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि राज्य में उनका क्रेज अब भी बरकरार है और बीजेपी को उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ना चाहिए. वहीं राजे बीजेपी के सीएम फेस की लड़ाई में खुद को आगे रखना चाहती है जिसके लिए वह अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है.

चुनावी साल में समर्थकों को सक्रिय करना

इसके अलावा बताया जा रहा है कि राजे जन्मदिन पर समर्थकों की बड़ी भीड़ जुटाकर बीजेपी में खुद को बड़ा और ताकतवर चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करना चाहती है. वहीं चुनावी साल में वह अपने समर्थकों में जोश और उत्साह से लबरेज करने की कवायद भी कर रही है. मालूम हो कि पिछले साल राजे ने बूंदी के केशोरायपाटन में अपना जन्मदिन मनाया था जहां समर्थकों का हुजूम उमड़ा था और इस दौरान भी राजे ने अपने विरोधियों को कड़ा संदेश दिया था.

विरोधियों को खुली चुनौती

गौरतलब है कि राजे सालासर बालाजी धाम में अपना जन्मदिन मना रही है जो चूरू जिले में है. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधानसभा में उपनेता राजेंद्र राठौड़ भी चूरू से ही आते हैं और दोनों को ही राजे के विरोधी खेमे का नेता माना जाता है, ऐसे में माना जा रहा है कि राजे विरोधियों को भी सीधा संदेश देना चाहती है. हालांकि राजे समर्थकों का कहना है कि राजे हर साल किसी धार्मिक स्थल पर अपना जन्मदिन मनाती है.

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