REPORT TIMES
जयपुर: राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक को रोकने के लिए की जाने वाली नेटबंदी पर अब अपनों के बीच घिर गई है. बुधवार को राजस्थान विधानसभा में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक कांग्रेस विधायक हरीश मीणा ने सरकारी भर्तियों के पेपर लीक और नेटबंदी को लेकर अपनी ही सरकार पर हमला बोला. मीणा ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पेपर लीक और इंटरनेट सस्पेंड होने की खबरें सिर्फ राजस्थान से ही आती है लेकिन रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बावजूद यूक्रेन में इंटरनेट चल रहा है और यहां पेपर आते ही सरकार नेट बंद कर देती है. मीणा ने यूपीएससी का हवाला देते हुए कहा कि मैं भी राजस्थान का मूल निवासी हूं और मैंने पेपर भी दिया है जहां यूपीएससी परीक्षा पूरे देश में आयोजित होती है लेकिन कभी नहीं सुना कि आईएएस परीक्षा का पेपर लीक हो गया है.विधायक ने कहा कि सरकार को समझना चाहिए कि इंटरनेट बंद करने से कुछ नहीं होगा और पेपर लीक को रोकने के लिए हमें अपराधियों तक पहुंचना होगा. मीणा ने कहा कि पेपर का पूरा मामला राजस्थान का आंतरिक है और पेपर यहीं छपते हैं और राजस्थान के लोग परीक्षा देते हैं लेकिन फिर भी अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि आरपीएससी से पेपर लीक कैसे हो जाता है.
‘इंटरनेट बंद करना समाधान नहीं’
मीणा ने आगे कहा कि पेपर पारदर्शिता से करवाना राजस्थान सरकार का काम है और सारी प्रक्रियाएं राजस्थान में होने के बावजूद यहां पेपर लीक हो जाते हैं. सरकार अपराधियों को बचाने और अपनी नाकामी छुपाने के लिए नेटबंदी करती है. विधायक ने आगे कहा कि दुनिया में आधे इंटरनेट शटडाउन भारत में होते हैं और इंटरनेट बंद करने में राजस्थान भारत में शीर्ष पर आ गया है. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात नहीं बल्कि शर्म की बात है और चिंता का विषय है. विधायक ने सरकार से कहा कि आपको इस पर मंथन करना चाहिए और पेपर लीक रोकने के लिए कोई समाधान निकालना चाहिए.
‘नेट बंद करने से होता है करोड़ों का नुकसान’
उन्होंने आगे हरियाणा के भिवानी में भरतपुर के दो लोगों की हत्या का हवाला देते हुए कहा कि गांव घाटमिका में उनके समाज के लोगों की बैठक चल रही है लेकिन वहां भी नेट बंद कर दिया गया. उन्होंने बताया कि बच्चों की परीक्षा चल रही है और आप नेट बंद कर रहे हैं.इसके अलावा जयपुर में व्यापारियों की बैठक को लेकर सदन में विधायक ने जानकारी दी कि दो दिन की नेटबंदी से करोड़ों रुपए का उन्हें नुकसान हुआ है. हरीश मीणा ने कहा कि अपराध रोकना है या व्यापार बंद करना है? दुनिया में कहीं ऐसा नहीं होता कि आप इंटरनेट बंद कर दें.